बैतूल। शहीद दीपक चौक सदर बैतूल में एक शाम शहीदों के नाम अंतर्गत अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में कविता का पाठ, व्यंग्य एवं वीर रस की कविताओं की प्रस्तुति दी गई। अमर शहीद दीपक यादव की याद में आयोजित अखिल भारतीय शब्द संध्या में आए हुए कवियों ने अपने शब्द एवं वाणी से श्रोताओं का मन मोह लिया कार्यक्रम में बैतूल जिले के युवा ओजस्वी कवि पुष्पक देशमुख ने राष्ट्रवाद की अलख जगाते हुए कहा- सत्ता के जख्म दिल में चोट बनकर रह गए, आज देश में लोग सिर्फ वोट बन कर रह गए, और जिस पर टिका है देश का लोकतंत्र ,उसके नीव के पत्थर सिर्फ नोट बन कर रह गए, इटारसी से पधारे कवि बीके पटेल ने हास्य की रचनाओं से सबको गुदगुदाया, तो वहीं पर अंतू झकास की बेटी वाली कविता ने सबके दिलों में करुणा पैदा कर दी। लक्ष्मण नेपाली के हास्य के ठहाके और मां वाली कविता को श्रोताओं ने खूब सराहा। वहीं पर सुनील पांसे दास ने अद्भुत राष्ट्रवादी रचनाओं से सबका मन मोह लिया। धर्मेंद्र सोलंकी के संचालन ने कवि सम्मेलन को वांछित ऊंचाई प्रदान की। अखिलेश परिहार अबोध ने राजनीति पर चुटकुले रंगों से समा बांधा। कड़कड़ाती ठंड के बीच श्रोताओं की गरिमा गरिमामय उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा में चार चांद लगा दिए। इस मौके पर भूतपूर्व सैनिकों आंमत्रित कवियों एवं माताजी श्रीमती भागवंती यादव का शाल-श्रीफल एवं पुष्पमाला से सम्मान कर स्मृति चिन्ह भेंट किया। अंत में आभार समिति के अध्यक्ष अनिल यादव ने व्यक्त किया।
शहीद स्तंभ का हुआ अनावरण
इससे पूर्व बैतूल की माटी के सपूत अमर शहीद दीपक यादव के शहादत दिवस पर शहीद दीपक यादव की समाधि स्थल स्मारक पर पुष्पांजली अर्पित की गई। शहीद दीपक यादव युवा समिति के तत्वावधान में विभिन्न समाजसेवी संगठनों द्वारा संयुक्त कैंडिल मार्च कारगिल चौक से शहीद स्तंभ तक किया। जिसके बाद पूर्व सैनिकों एवं आंमत्रित कवियों की उपस्थिति में शहीद दीपक यादव की माता जी श्रीमती भागवंती यादव द्वारा नवनिर्मित शहीद स्तंभ का अनावरण किया।