बैतूल। विभिन्न डिग्रियों के डॉक्टर रविवार को एक मंच पर आए। अवसर था बैतूल ही नहीं वरन देश में पहली बार होने वाले बैतूल कॉन का। शहर के अलावा तहसील और ग्रामीण अंचलों से इस कॉन में वरिष्ठ और कनिष्ठ डॉक्टरों का मिश्रण देखने को मिला। पहली बार ऐसे आयोजन की सफलता पर वरिष्ठ डॉक्टरों ने बैतूल कॉन का सपना देखने वाले डॉ नूतन राठी की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने कोरी कल्पना और एक दिवा स्वप्न को पूरा कर दिखाया है। सुबह 8 बजे से शुरू हुई बैतूल कॉन दोपहर तक जारी थी। शाम को लजीज व्यंजन के साथ समापन होगा।
सिविल लाईन स्थित केशर बाग मैरिज लॉन में रविवार सुबह 8 बजे बैतूल कॉन की शुरूआत वरिष्ठ चिकित्सकों ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्जवलन के साथ की। इसके बाद डॉक्टरोंं ने अपना परिचय दिया। कॉन में मंच पर वरिष्ठ चिकित्सक डॉ सतीश खण्डेलवाल,डॉ वर्मा, डॉ डीसी लश्करे, डॉ राजेन्द्र देशमुख, डॉ एमए अग्रवाल सहित अन्य चिकित्सक मौजूद थे। प्रारंभिक शुरूआत में वरिष्ठ चिकित्सकों ने कॉन को आयोजित करने के लिए डॉ नूतन राठी की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने जब बैतूल कॉन का आयोजन करने को लेकर चर्चा की थी। तब यह असंभव की परिकल्पना मात्र लग रही थी, लेकिन जब इस प्रोजेक्ट पर उन्होंने काम करना शुरू किया और सभी के बीच बैठके हुई तो यह हिमालय पर्वत पर चढऩे जैसा प्रतीत होने लगा, लेकिन डॉ राठी के जोश भरे जज्बे और सभी के सहयोग से बैतूल कॉन जैसा कार्यक्रम उन्होंने आयोजित कर एक मिसाल कायम की है। डॉ वर्मा ने इस मौके पर कहा कि डॉ नूतन राठी के अद�य इच्छा शक्ति और अटूट विश्वास से हम सबको साथ में लेकर बैतूल कॉन सफल हुई है। डॉ राठी के जोश और जज्बे जुनून का परिणाम भव्य और विशाल बैतूल कॉन के रूप में देखने को मिला। सभी चिकित्सकों को एक प्लेटफार्म पर लाकर आपसी सदभाव और सामंजस्य स्थापित करना अनुकरणीय पहल है। ऐसा आयोजन पहली बार बैतूल शहर में हो रहा है। जिसमें दूर दराज से ग्रामीण चिकित्सक भी शामिल हुए। कार्यक्रम डॉ नेहा रंजन पाडी, डॉ उदय चकोटिया, डॉ स्मिता राठी, डॉ नितिन राठी, डॉ प्रियेश पात्रीकर, डॉ सोनी, डॉ सुमित मदरेले, डॉ आनंद मदरेले, डॉ आलोक वर्मा, डॉ रितेश कुंभारे, डॉ वेभव साबले, डॉ कुरवरे, डॉ प्रमोद खाड़े, डॉ आईपीएस पोपली, डॉ एमएल राठौर, डॉ योगेश गढ़ेकर, डॉ राजेन्द्र देशमुख, डॉ शैला मूले, डॉ वीएस श्रीवास्तव, डॉ एके पांडे, डॉ प्रीतम सिंह, डॉ दीप कुमार साहू, डॉ योगेश पंडाग्रे, डॉ अरूण जयसिंगपुरे, डॉ विनय ङ्क्षसह चौहान सहित कई डॉक्टर मौजूद थे।
चिकित्सा क्षेत्र में बदलाव पर चर्चा
बैतूल कॉन में पूरे जिले के डॉक्टर एकत्रित हुए हास-परिहास के माहौल में एक दूसरे से परिचित हुए। इसके बाद दिग्गज डॉक्टरों ने बैतूल कॉन में बदलाव की नई तकनीक और पद्धत्तियों पर भी सभी ने चर्चा की। आदिवासी बाहुल्य बैतूल जिले में ग्रामीण अंचलों से आए डॉक्टरों को वरिष्ठ और अनुभवी डॉक्टरों ने कई उपयोगी जानकारी दी। ग्रामीण क्षेत्र के चिकित्सक आधुनिक चिकित्सा बदलाव से अनभिज्ञ रहते है, इस बार में उन्हें जानकारी देकर एक अच्छा प्रयास किया गया। इसी दौरान यह डॉक्टरों ने चिकित्सा क्षेत्र में आने वाली परेशानियों को भी साझा किया।
सभी का मिला अतुलनीय सहयोग: डॉ नूतन
इस मौके पर बैतूल कॉन के सूत्रधार डॉ नूतन राठी ने आभार प्रदर्शन करते हुए कहा कि आंखों में एक सपना, मन में एक ललक, एक आकांक्षा, एक उत्साह था कि बैतूल जिले के साथी डॉक्टर परिवार की भांति एक मंच पर एकत्रित हो। इस स्वप्न को साकार करने में पित्रपुरूष, मार्गदर्शक डॉ मनीष लश्करे, डॉ अशोक मूले का विशेष योगदान है। उनके पथप्रदर्शन के कारण ही एक नन्हा सा प्रयास विशाल सागर में तब्दील होकर बैतूल कॉन का रूप ले चुका है। उन्होंने कहा कि मानव सेवा ही भगवान सेवा है। ऐसी कामना लेकर हम मरीजों का उपचार करते है। हम समस्त साथी इस उद्देश्य को मरीजों की जान बचाकर पूरा कर रहे है। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में ईश्वर से यही कामना करते है कि वे इतनी शक्ति प्रदान करें हम अविचलित होकर अपने कत्र्तव्य मार्ग पर चलते रहे। डॉ राठी ने बैतूल वेलफेयर आर्गेनाईजशन सहित जिला मु�यालय, ग्रामीण अंचलों से आए डॉक्टरों का बैतूल कॉन में उपस्थित होने पर आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी इस तरह के सफल आयोजन का वादा किया।