बैतूल। राम कथा हमें शिक्षा देती है कि कर्म अ’छे करो तो कोई कष्ट नहीं आएगा। राम जी प्रतिदिन अपने माता-पिता और गुरू को नमन करते है। हमने संस्कार छोड दिए है जिससे अंहकार रूपी अंधकार बढ़ गया है। परिणाम सभी अशांत हैं। उक्त उद्गार ग्राम म’छी में चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के दौरान पंडित सुखदेव शर्मा ने कथा के प्रथम दिवस व्यक्त किए। उन्होने कहा कि बीमार होने पर डॉक्टर परहेज बताते हैं, ‘योतिषी विभिन्न उपाय बताते हैं अगर जगर जन्म से जीवन में राम कथा का आश्रम ले तो हमें भटकना नहीं पड़ेगा। गौस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा है, सकल परारथ है जग माही भाग्यहीन नर पावन नाही, मित्रता, विवाह और व्यापार बराबरी के लोगों से करें और अपनी समस्या हल करने का प्रयास स्वयं करें। कथा आयोजक संत कन्हैया नाथ महाराज, साहबु यादव, रमेश धोटे, अशोक यादव ने सभी से कथा लाभ लेने का अनुरोध किया है।