बैतूल। जेएच कॉलेज में दो दिवसीय कॅरियर मेले का समापन शनिवार को उद्यानिकी विभाग उपसंचालक आशा उपवंशी की उपस्थिति में और कॉलेज प्राचार्य डॉ.राकेश तिवारी के मार्गदर्शन में हुआ। इस मौके पर आशा उपवंशी ने कहा कि बैतूल जैसे कृषि प्रधान जिले के लिए मशरूम की खेती द्वारा बहुत ही कम लागत में अ’छा रोजगार और तिगना लाभ प्राप्त किया जा सकता है। प्राचार्य डॉ.राकेश तिवारी ने कहा कि वर्तमान समय में सरकारी नौकरियों में बहुत अधिक प्रतिस्पर्धा है, ऐसे में कौशल उन्नयन,तकनीकी ज्ञान, मशरूम, जड़ी-बूटीयों जैसी परंम्परागत खेती से जुटकर भी रोजगार के अवसर ढूंढे जा सकते हैं। मंच पर ही आशा उपवंशी ने अपनी टीम के साथ मशरूम की खेती के लिए प्रशिक्षण दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.मीना डोनीवाल ने और आभार कार्यक्रम समन्वयक डॉ.’योति शर्मा ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ.धमेन्द्र, डॉ.मिनाक्षी चौबे, डॉ.रमाकांत जोशी, डॉ.यशपाल मालवीय, डॉ.हेमंत वर्मा, डॉ.आभा वर्मा, डॉ.महेश मेहता, डॉ.अर्चना मेहता, डॉ.अर्चना सोनारे, प्रो.मुकुंद चंदेल,डॉ.एकनाथ निरापुरे, डॉ.जीपी साहू, डॉ.एसडी डोंगरे, डॉ.अल्का पांडे, छात्र संघ अध्यक्ष नेहा शर्मा, उपाध्यक्ष सुनीता वागद्रे, सचिव गोविंद गुर्जर, सहसचिव ‘योति यादव, कॉलेज प्रबंधन सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कुछ को मिला रोजगार कुछ प्रशिक्षण के लिए हुए चयनित
कार्यक्रम समन्वयक डॉ.’योति शर्मा ने बताया कि मेले में विभिन्न कंपनियों द्वारा कुल पंजीयन 1365 हुए, 127 छात्र-छात्राओं को रोजगार दिए गए और 229 छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण के लिए चयन किया गया। जिसमें रोजगार के लिए नवकिसान भोपाल ने 10, नवकिसान नागपुर 22, शिवशक्ति बायोटेक्नोलॉजी भोपाल 14, आरएस साल्युशन 16, इक्वीकॉम इंदौर 14, नवभारत फर्टिलाईजर 5, वर्धमान फेब्रिक्स बुधनी 2, निजी बैंक हेतु 2, एएनएस साल्युशन 15, आरडी पब्लिक स्कूल 10, दीपक फ्लेक्स 5, प्रागा होम्स 14 छात्र-छात्राओं का और प्रशिक्षण के लिए आईएलएफएस बुधनी 65, साईटेक सोलर भोपाल 10, सीपेड भोपाल 96, स्वयं सिद्धम 32, रिलायंस लाईफ 30, फुटवेयर टेक्नोलॉजी छिंदवाड़ा 21, सूर्या टेक्नालॉजी 15 छात्र-छात्राओं का चयन किया गया।