आज दिनांक 05/03/2018 पाढर चिकित्सालय द्वारा साठवी वर्षगांठ मनाई गई| 05 मार्च 1958 को डॉक्टर क्लेमेंट मोस द्वारा पाढर चिकित्सालय की नीव ग्राम पाढर में रखी गई| यह अस्पताल प्रारंभ से ही मानव सेवा हेतु समर्पित है तथा इस समय पाढर चिकित्सालय में 22 डॉक्टर्स द्वारा निरंतर सेवाएँ प्रदान की जा रही है | साठवी वर्षगांठ के उपलक्ष में पूर्व मेडिकल सुपरिन्टेन्डेन्ट डॉक्टर ए. वी. चौधरी द्वारा ध्वजारोहण किया गया एवं अस्पताल के पुराने संघर्षों के बारे में जानकारी दी गई तथा किस तरह से पाढर चिकित्सालय ने निरंतर मानव सेवा करते हुए अपने गौरवपूर्ण 60 वर्ष पुरे किये इसकी चर्चा करी| वर्तमान मेडिकल सुपरिन्टेन्डेन्ट डॉक्टर राजीव चौधरी ने अपने उद्भोदन में सभी कर्मचारियों का होंसला बढ़ाते हुए अस्पताल की विभिन्न सेवाओं एवं उपलब्धियों की चर्चा करी| इसके साथ ही डॉ. राजीव द्वारा घोषणा की गई की इस पुरे वर्ष भर कई कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे जिनसे की न केवल बैतूल जिले अपितु पूर्ण मध्य प्रदेश के मरीज लाभ ले सकेंगे |
गौर तलब है की पाढर चिकित्सालय अपने कैंसर के ईलाज एवं शल्यक्रिया के लिए प्रसिद्ध है | पाढर चिकित्सालय में वर्ष 2012 में जुडी हुई बच्चियों आराधना एवं स्तुति को अलग किया गया था जिसके द्वारा पाढर चिकित्सालय एवं बेतुल जिले का नाम को पुरे विश्व में पहचान प्रदान की. पाढर चिकित्सालय में वर्त्तमान में सामान्य रोग विभाग, शल्यक्रिया विभाग, प्लास्टिक सर्जरी, मूत्र रोग विभाग, बल रोग विभाग, महिला एवं प्रसूति विभाग, हड्डी रोग विभाग, दन्त रोग विभाग, कान नाक एवं गला रोग विभाग, कैंसर रोग विभाग, नेत्र रोग विभाग, विकिरण विभाग जिसके अंतर्गत कलर डोपलर, सी.टी. स्कैन, गहन चिकित्सा इकाई, नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई, ब्लड बैंक, पैथोलॉजी, कैंसर के लिए रेडिएशन, कीमोथेरेपी एवं शल्यक्रिया, कृत्रीम अंग निर्माण, ट्रामा सेंटर एवं एम्बुलेंस अदि सभी सुविधाएँ एक ही चाट के निचे उपलब्द है|