बैतूल। मप्र शिक्षक संघ, रा’य कर्मचारी संघ, अध्यापक संघ, समग्र शिक्षक संघ द्वारा एम-शिक्षा मित्र द्वारा उपस्थिति दर्ज कराए जाने के विरोध में कलेक्टर बैतूल शशांक मिश्र को ज्ञापन सौंपा। अशोक बोरखड़े ने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया में एसएमएस प्रक्रिया का उपयोग किया गया था। जिसमें नेटवर्क के अभाव में रनर लगाकर कार्य संपन्न कराया गया था। वहीं शिक्षक 220 दिन शाला में प्रतिदिन उपस्थिति लगाए और नेटवर्क के अभाव में यदि उपस्थिति दर्ज नहीं होती है तो शिक्षक का आर्थिक नुकसान होगा और अन्य असुविधाओं का सामना करना पड़ेगा। ज्ञापन में ई-अटैंंडेस को हटाकर पूर्व की तरह मैनुवल पद्धति लागु करने की मांग की गई है। सोहनलाल राठौर ने कहा कि एम शिक्षा मित्र इतनी ही प्रभावी है तो इसे ई अटैंडेंस दर्ज करने की व्यवस्था को व्यवहारिक, कर्मचारी हितैषी न्यायपूर्ण बनाकर इसे मप्र के सभी विभागों के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों पर लागू किया जाए। ज्ञापन सौंपते समय मनोज राय, संजय व्यास, आनंद साहू, सुरेन्द्र कनाठे, बीआर ठाकरे, नारायण सिंह नगदे, केआर वागदे्र, रवि सरनेकर, नेमीचंद मालवी, राजेन्द्र साहू, एसके गलफट, मदनलाल डढोरे, दिलीप गिते, बीआर सराटकर, भीम धोटे, राजेन्द्र कटारे, विनोद पड़लक, एएल बिजगावने, सुलभ आर्य, महेन्द्र वर्मा, राजकुमार आर्य, संध्या तिनखेड़े, भीमराव लांजीराव, जितेन्द्र यादव, महेन्द्र गुदवारे, प्रमोद मानकर सहित जिले के शिक्षक, अध्यापक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।