बैतूल। वर्ष 2005 में मप्र सरकार द्वारा खेलों को बढ़ावा देने प्रदेश में खेल नीति बनाई गई थी। जिसमें मप्र के हर जिले में स्पोटर््स एथोरिटी का गठन की गई थी जिसके पीछे उद्देश्य था कि विभिन्न खेलों का संचालन एवं खिलाडिय़ा को प्रोत्साहन आदि व्यवस्था करना था। वरिष्ठ खिलाड़ी जगेन्द्र तोमर, ने बताया कि 14 वर्षो के आदेशों को अमीलीजामा न पहनाकर खिलाडिय़ों के विकास के साथ विश्वासघात किया गया जो आज पर्यन्त जारी है। वरिष्ठ खिलाड़ी हेमंतचंद्र दुबे ने बताया कि बैतूल जिला स्पोट्र्स एथोरिटी के गठन को लेकर वरिष्ठ खिलाडिय़ों की बैठक होगी जिसमें एक दिन का सामूहिक उपवास करने पर सहमति होगी। रमेश भाटिया ने कहा कि 14 साल के वनवास के बाद तो श्रीराम तक अयोध्या लौट थे लेकिन 14 वर्षो में खेल नीति लागू नहीं हो सकी। जिला प्रशसन को शीघ्र गठन की कार्यवाही कराने में दिलचस्पी लेना होगी। जिले के वरिष्ठ खिलाडिय़ों में महेन्द्र सिंह तोमर, श्रीनिवास दवंडे, सतीश देशमुख, रमेश भाटिया, अक्षय वर्मा, सलाउद्दीन खान, अजीज खान, हेमंतचंद दुबे, जगेन्द्र तोमर, मुकेश वर्मा, अजाबराव झरबड़े आदि ने जिले भर के विभिन्न खेलों के खिलाडिय़ों एवं खेल संघो से अपील की है कि खेल नीति लागू कराने में सक्रिय भूमिका अदा करें।