बैतूल। बैतूल सनातन ब्राह्मण महासमाज बैतूल द्वारा भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य पर जिला अस्पताल बैतूल में अंकुरित आहार वितरण,भगवान परशुराम मंदिर में पूजन एवं महाआरती, भगवान परशुराम चौक पर फरसा पूजन एवं स्थापना व पूजन पंडित हिरेन्द्र शुक्ला द्वारा कराई गई। जिसके बाद परशुराम चौक पर प्रसादी भंडारे का अयोजन किया गया। इसी तारतम्य में आज बुधवार को ही शाम 5 बजे लल्ली चौकी कोठी बाजार में व शाम 7 बजे सब्जी मंडी चौक बैतूल गंज में विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर संगठन अध्यक्ष पंडित सुभाष मोहन पांडे और पंडित मयंक भार्गव और ने भगवान परशुराम जी की जीवन वृतांत पर प्रकाश डालते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने की बात कही।
महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष मिनाक्षी शुक्ला और कार्यकारी अध्यक्ष नीलम दुबे ने बताया कि भगवान परशुराम महर्षि जमदग्नि के पुत्र थे। पुत्रोत्पत्ति के निमित्त इनकी माता तथा विश्वामित्र जी की माता को प्रसाद मिला था जो देव शास्त्र द्वारा आपस में बदल गया था। इससे रेणुका के पुत्र परशुराम जी ब्राह्मण होते हुए भी क्षत्रिय स्वभाव के थे जबकि विश्वामित्र जी क्षत्रिय कुल में उत्पन्न होकर भी ब्रह्मर्षि हो गए। भगवान शिव के दिए हुए परशु याने फरसे को धारण करने के कारण इनका नाम परशुराम पड़ा। कार्यक्रम में पंडित धीरू शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष पंडित महेन्द्र दीक्षित, उपाध्यक्ष पंडित रवि त्रिपाठी, रूद्रनारायण त्रिवेदी, राजेश अवस्थी, अनिल दुबे, अशोक सायरे, राधा आशीष पांडे, सचिव नरेन्द्र अवस्थी, कोषाध्यक्ष मोहन मिश्रा, नारायण मिश्रा, तिरूपति जोशी, शुभम बाजपेयी, प्रवीण तिवारी, संजय अवस्थी, ऊषा द्विवेदी, शकुंतला पचौरी, संगीता अवस्थी सहित समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।