बैतूल। साथी परियोजना द्वारा जिला जेल बैतूल में एचआईवी,एड्स व टीबी पर सेंसेटाईजेशन कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें सभी पुरूष और महिला कैदियों को एचआईवी,एड्स पर सेंसेटाईजेशन किया गया। साथ ही जेल में नए आए 47 कैदियों की टेस्टिंग करवाना सुनिचित किया गया है। जेल सहायक अधीक्षक सुनील कुमार बैसवाड़े ने अगला कार्यक्रम प्रोजेक्टर से माध्यम से करवाने व फैमिली टेस्टिंग हेतु अपना सुझाव दिया, विगत लगभग एक माह पूर्व जिला जेल से पॉजिटिव इनटिमेट की लिस्ट लेकर एफआईसीटीसी स्थापित करने हेतु जानकारी फॉर्म में ली गई।
इस मौके पर साथी परियोजना से स्टेट प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर देवेंद्र गुर्जर ने जानकारी दी कि एचआईवी, एड्स की जांच जिला अस्पताल के आईसीटीसी केन्द्र में नि:शुल्क की जाती है और जांच से पूर्व और बाद में परामर्श भी दिया जाता है। यह जांच पूरी तरह गोपनीय होती है। इस बीमारी की जानकारी ही बचाव है। टीआई परियोजना से प्रोग्राम मेनेजर निर्देश मदरेले ने कहा कि एड्स रोगी के साथ छुआ छुत का बर्ताव अमानवीय है क्योंकि एड्स साथ में खाना खाने, सामाजिक सामान्य व्यवहार जैसे हाथ मिलने, गले मिलने, बिस्तर, शौचालय आदि के उपयोग से फैलता नहीं है। परियोजना साथी से पीपीएम बलराम नामदेव सहित ने बताया कि टीबी की जांच भी एड्स की तरह जिला अस्पताल बैतूल में नि:शुल्क होती है साथ ही परामर्श के साथ दवाई भी मुफ्त दी जाती है। कार्यशाला को काउंसलर वंदना देशमुख और फार्मासिस्ट सनद कुमार पंडागरे ने भी संबोधित किया। इस मौके पर वैभव मालवी, मिथलेश चढ़ोकार सहित जेल स्टाफ उपस्थित था।