बैतूल। हम में से अधिकांश लोगों को कुछ ही लोग याद रख पाते हैं परन्तु एक शिक्षक को ब”ो जीवन पर्यंत याद रखते हैं। शिक्षक ब”ाों के लिए दिशा सूचक यंत्र की तरह होता है जो उन्हें हमेशा ब”ाों को सही मार्ग दिखाता है। शिक्षा जीवन में सफलता की कूंजी है और शिक्षक अपने विद्यार्थियों के जीवन पर स्थाई प्रभाव डालते हैं। यह बात शारदा पब्लिक स्कूल जोगली चिचोली में नईअवधारणा, नई गतिविधि, नई तकनीक कार्यक्रम के दौरान संस्था के संस्थापक नेकराम राठौर ने कही। स्कूल की प्राचार्य रश्मि कमाविशदार ने कहा कि एक विद्यार्थी को सुधारने की कोशिश न करें बल्कि अपने आप में सुधार लाए क्योंकि एक अ’छा शिक्षक एक कमजोर शिष्य को अ’छा और एक अ’छे शिष्य को उत्कृष्ट बनाता है।
शिक्षण के समय तीन चीजे याद रखनी चाहिए अपनी विषय वस्तु जानिए, आप किए सिखा रहें है और उसके बाद रूचिपूर्ण ढंग से सिखाईए। डायरेक्टर आशुतोष राठौर ने बताया कि इस सत्र से स्कूल में तकनीक के माध्यम से अबेकस, मिड ब्रेन एक्टीवेशन एक्टीविटी, ई लर्निंग क्लासेस करियर काऊंसलिंग आदि गतिविधियों को जोड़ा जाएगा। चिचोली का पहला स्कूल होगा जिसमें शिक्षा को फोकस करते हुए संगीत, कराटे, घुड़सवारी, तैराकी, बिलियर्ड सहित अन्य खेलों का भी समावेश किया गया गया। कार्यक्रम शाला स्टॉफ सहित छात्र-छात्राएं और अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।