बैतूल। मलकापुर में भागवत कथा के 6वें दिन पंडित हर्षित कृष्ण बाजपेयी ने नवम स्कंद के दसवें एवं ग्यारहवे अध्याय में वर्णित रामकथा को सुनाया। उन्होने भगवान राम के नाम के महत्व को बताते हुए कहा कि भगवान राम जिसे आश्रय देते हैं वह भवसागर से तर जाता है और जिसे छोड़ देते वह डूब जाता है। कार्य कोई भी छोटा नहीं होता यह उस गिलहरी से सीखों जो समुद्र पर पुल बनाने के लिए अपने शरीर को पानी से गीला कर फिर रेत में लोट-पोट होकर पुल पर शरीर की रेत गिरा देना भी महानतम कार्य था। कथा में बड़ी संख्या में आस-पास के गांव के लोग आ रहें है। पटेल परिवार ने सभी कथा लाभ लेने का आग्रह किया है।