बैतूल। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस न्याय मंच के संस्थापक पवन मालवी ने बताया कि तुकाराम आदिवासी को न्याय दिलाने की मांग को लेकर संगठन ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, मानव अधिकार सहित संबंधित विभागों को पत्र प्रेषित किया है। पत्र में कहा गया है कि तुकाराम आदिवासी जो एक अत्यंत गरीब आदिवासी है। जिसके साथ मारपीट की गई, फसल नष्ट कर दी गई। उसने समय पर पुलिस में रिपोर्ट भी की परन्तु भ्रष्ट तंत्र के चलते वो अभी तक न्याय से वंचित है। मामला रानीपुर थाने का है जिसके समीप लोहारढ़ाना में रहता है और बटाई से खेती करता है। 21 मार्च को तुकाराम को ढ़ुंढते हुए करीब 5 लोग आए जिन्होने तुकाराम के बाजु के खेत में मवेशी चरा रहे कल्लु आदिवासी को बताते हुए तुकाराम को बुरी-बुरी गालीयां दी तथा जाति सूचक शब्दों का उपयोग भी किया। इससे पूर्व भी अक्टुबर 17 में इसकी खड़ी धान, मक्का की फसल पर टेक्टर चला कर नष्ट कर दिया गया। जिसकी धमेन्द्र सिंह व शोभाराम यादव के विरूद्ध पुलिस रिपोर्ट की थी परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई। तुकाराम इस खेत को 25 साल से बटाई से जोत रहा है। जिसे धमेन्द्र सिंह और उसके परिवार के लोग निरंतर प्रताडि़त कर रहें हैं। वे सब तुकाराम की हत्या करने की भी धमकी दे रहें हैं और तुकाराम है कि हर बार पुलिस में आदिवासी थाने में, कलेक्टर कार्यालय में रिपोर्ट कर चुका है किन्तु आरोपी उ”ा वर्ग का है और सक्षम होने के कारण कानून से बच निकलते है। तुकाराम की मदद करने क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य जानकी बाई नर्रे व जिला अध्यक्ष आखिल भारतीय विकास परिषद एमएस धुर्वे भी आमने आए। जिन्होने तुकाराम पर हो रही ‘यादती और अत्याचार की शिकायत जिला पंचायत अध्यक्ष, क्षेत्रीय विधायक मंगल सिंह, सांसद ‘योति धुर्वे से भी अप्रैल 18 में की है किंतु बिना वजन पेपर भी धीमी गति से चलते हैं जो चल रहें है पर तुकाराम को भारतीय न्याय व्यवस्था पर विश्वास है और उसे इंतजार है न्याय का, जो न जाने कब मिलेगा।