अंतर्राष्टीय विश्व योग दिवस के मौके पर सोनाघाटी पहाड़ी पर आयोजित कार्यक्रम में जल संरक्षण पर आधारित पुस्तक जलकारवां का विमोचन किया गया। सतपुडिय़ा आर्ट एंड म्यूजिक सोसायटी एवं मीडिया प्वाईंट द्वारा तैयार की गई इस पुस्तक में जिले के प्रमुख जलसंरक्षण अभियानों पर विशेष आलेख प्रकाशित किये गए हैं। रैन वाटर हार्वेस्टिंग तकनीक,तालाब निर्माण,कुओं की रिचार्जिंग समेत बोरी बंधान संबंधी जानकारियों का समावेश भी किया गया है। विमोचन कार्यक्रम में भारत भारती के सचिव मोहन नागर, नगरपालिका बैतूल के उपाध्यक्ष आनंद प्रजापति,समाजसेवी हेमंतचंद्र दुबे बबलू,साहित्यकार संजय पठाड़े,ज्योतिषाचार्य पंडित संजीव शर्मा, भारत भारती प्राचार्य राहुलदेव ठाकरे, समाजसेवी नरेश भदौरिया, डॉ.रमापति त्रिपाठी, प्रेस फोटोग्राफर आलोक वर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन करतें हुए अपने उद्बोधन में भारत भारती सचिव श्री नागर ने कहा कि प्रकृति के सभी तत्वों का संरक्षण आज की महती आवश्यकता है। जलकारवां के प्रकाशन से जलसंरक्षण के क्षेत्र में कार्य कर रहे संगठनों को प्रोत्साहन मिलेगा। नगर पालिका उपाध्यक्ष आनंद प्रजापति ने कहा कि वर्तमान दौर में जलसंकट को देखते हुए हमें जल संरक्षण के प्रयासों में और तेजी लाने की आवश्यकता है,जलकारवां पुस्तक के प्रकाशन से समाज में जलसंरक्षण के प्रति जागरूकता आएगी। समाजसेवी हेमंतचंद्र दुबे ने कहा कि जल संरक्षण के लिये सामाजिक संगठनों द्वारा किये जा रहे कार्यों के दस्तावेजीकरण का यह प्रयास अनूठा है। बरसों बीत जाने के बाद भी ये आने वाली पीढ़ी के लिये एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाएगी। पुस्तक के संपादक एवं सम्स के अध्यक्ष राकेश मौर्य ने कहा कि समाज के कई संगठन अपनेे प्रयासों से जल सहेजने का पवित्र कार्य कर रहे है जिनकों एक पुस्तक में समाहित करने का प्रयास किया गया है।
इस पुस्तक में रैन वाटर हार्वेस्टिंग तकनीक,तालाब निर्माण,कुओं की रिचार्जिंग समेत विभिन्न संगठनों के कार्यो पर विस्तृत जानकारी दी गई है। इस मौके पर अनेक श्रमदानी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। विमोचन कार्यक्रम में सहयोग के लिये हेमंतचंद्र दुबे ने सभी का आभार व्यक्त किया।