बैतूल। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका एकता संघ के संरक्षक कुंदन राजपाल ने मख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखकर भैंसदेही एसडीएम के एस सेन के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है। पत्र में लिखा है कि एक ओर शासन महिलाओं के मान-सम्मान सुरक्षा के लिए आये दिन कठोर कानून बनाये जा रहे है साथ ही महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा पर लाखों रूपये खर्च कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ प्रशासन में बैठे कानून का पालन करवाने वाले अधिकारी कानून की धज्जियां उडाये यह अफसोस ही नहीं शर्म की बात है। महोदयजी इसी क्रम में मैं कुंदन राजपाल आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका एकता संघ का संरक्षक एवं भाजपा का सक्रिय सदस्य गत 27 फरवरी को भैंसदेही प्रवास के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की बैठक में उपस्थित हुआ। उक्त बैठक में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने भैंसदेही एसडीएम के एस सेन द्वारा 27/2/2013 को भैंसदेही नगर के मंगल भवन में नशबंदी शिविर के लक्ष्य पूरा कराने के चलते पंचायत सचिव रोजगार सहायकों आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं स्वास्थ्य कार्यकर्ताये (ए.एन.एम) आशा कार्यकर्ताये एवं पटवारियों की बैठक आयोजित की गई थी। उक्त बैठक में परिवार नियोजन को लेकर अनावश्यक दबाव बनाते हुए एस.डी.एम. के एस सेन द्वारा समझाइस देने के बजाये उलटा गुस्से से भडक़ते हुऐ बैठक में उपस्थित आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं स्वास्थ्य कार्यकार्ताओं सभी महिलाओं को यह कहते हुए धमकाया गया कि तुम लोगों को मस्ती चड़ गई है। तुम लोगो की नौकरी मेरी साईन से ही लगती है। आंगनवाड़ी में भर्ती हेतू कई महिलायें मेरे आगे पीछे घूम रही है। तुम लोगों को ठीक करने के लिये यह कचरा साफ करना ही होगा।
महोदयजी इतना ही नहीं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि एस.डी.एम. के एस सेन द्वारा पिछले वर्ष इसी नशबंदी के लक्ष्य को लेकर लगातार हम लोगो की बैठक बुलाकर हम महिलाओं को प्रताडि़त करने का कार्य किया था। जिसमें एस.डी.एम. के एस सेन के द्वारा यहां तक कहा गया था कि विदेश में महिलाएं अखबार में में फोटो छपने व टीवी पर दिखने के लिए वे नंगी फोटो खिचवाने में पीछे नहीं रहती, आगे आकर फोटो खिंचवाती है। तुम लोगों को देखो नशबंदी का जो कार्य दिया उसे पूरा नहीं करती हो। उस कार्य में पीछे रहती हो। इस प्रकार एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी केएस सेन द्वारा लगातार महिला समाज के साथ बेइज्जत करते हुऐ प्रताडि़त करने का कार्य कर रहें है। इन महिलाओं के साथ किये जा रहे अन्याय, अत्याचार की घटना की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। इन महिलाओं के साथ उक्त अधिकारी द्वारा किये गये दुव्र्यवहार बर्दास्त लायक नहीं है इसके लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता महिलाओं को कहीं संघर्ष हेतु विवश न होना पड़े। उक्त घटना से महिलाएं दुखी एवं असहाय महसूस कर रहीं है। उक्त घटना के लिए एस.डी.एम. के एस सेन पर कड़ी कार्यवाही करते हुए शीघ्र बर्खास्त करने की मैं मांग करता हूं। अंत में निवेदन किया गया है कि इस दिशा में शीघ्र ठोस निर्णय लेते हुये उक्त अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही करने की कृपा करें