स्टे्रट ड्राईव बाय सपन दुबे
बैतूल। भारी विवादों के बाद फिल्म ‘मोहल्ला अस्सीÓ को सेंसर ने हरी झंडी दे दी है। चंद्रप्रकाश द्विवेदी द्वारा निर्देशित व सनी देओल अभिनीत यह फिल्म 16 नवम्बर को रिलीज हो रही है। फिल्म में सनी देओल संस्कृत शिक्षक और एक रूढि़वादी धार्मिक पुजारी पंडित की मुख्य भूमिका निभा रहें हैं। फिल्म की कहानी 1990 और 1989 में राम जन्मभूमि आंदोलन और मंडल आयोग के इर्द-गिर्द घूमती है। सन् 2015 को धार्मिक भावनाओं को कथित तौर पर चोट पहुंचाने के लिए मोहल्ला अस्सी की रिलीज दिल्ली अदालत ने रोक लगा दी थी। अपनी रिलीज से पहले ही फिल्म सन् 2015 में ही ऑनलाइन लीक हो गई थी। फिल्म में कुछ घटनाओं के बाद सनी देओल अयोध्या में राम मंदिर बनाने की चुनौती स्वीकार करते हैं और इसे पूरा करने के दौरान उनके विचार कट्टर हो जाते हैं। हिन्दुओं की मान्यता है कि श्री राम का जन्म अयोध्या में हुआ था और उनके जन्मस्थान पर एक भव्य मन्दिर विराजमान था जिसे मुगल आक्रमणकारी बाबर ने तोड़कर वहां एक मस्जिद बना दी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में इस स्थान को मुक्त करने एवं वहां एक नया मन्दिर बनाने के लिये एक लम्बा आन्दोलन चला। सन् 1992 को यह विवादित ढ़ांचा गिरा दिया गया और वहां श्री राम का एक अस्थाई मन्दिर निर्मित कर दिया गया। सोशल मीडिया पर जुमला सर्कुेलेट हो रहा है कि भगवान श्रीराम को हिचकी आ रही है और सीता जी कह रही हैं कि भगवान हिन्दुस्तान में कहीं ना कहीं चुनाव आ गए हैं और राजनैतिक पार्टियां आपको याद कर रही है। कटु है पर सत्य है और सत्य है इसलिए कटु है कि रामलला मामले में जिस तरह ‘तारीख पे तारीखÓ दी जा रही है उससे राजनैतिक दलों को लाभ मिलता है। इस देश में सिर्फ यह प्रमाणित करने में बरसों लग जाते हैं कि राजनेता किस जाति का है? उस देश में हजारों वर्ष पूर्व रामलला की जन्मभूमि पर शीघ्र निर्णय की उम्मीद भी हास्यापद है। राजनैतिक पार्टियां जनता की निर्मल भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही हैं। दिल्ली का जंतर-मंतर और रामलीला मैदान अब दूसरी लीलाओं का मंच बन गए हैं। विडम्बना देखिए की लोकोक्तियों में वर्णन है कि ‘सबसे बड़ी अदालत उपर वाले की हैÓ। आज वही उपर वाला तारनहार नीचे की अदालतों के फैसले की बांट जो रहा है। अयोध्या राम जन्मभूमि प्रकरण की फाईल दिन-ब-दिन मोटी और भारी होती जा रही है, कुछ समुदाए रावण के अपने होने का दावा ठोक रहें है, रामनवमी पर अदालतों का अवकाश होता है और वहीं अदालतें प्रमाण भी मांग रहीं हैं। गोया की गुड खाकर गुलगुले से परहेज किया जा रहा है। बरहाल फिल्म ‘मोहल्ला अस्सीÓ में बड़ी स्टार कास्ट नहीं है, सन्नी देओल आउट डेटेट माल है जिनकी फैन फोलोइंग बहुत कम हो गई है। फिल्म की यूएसपी उसकी स्क्रिप्ट ही है। देखना होगा कि चन्द्रप्रकाश द्विवेदी ने इस संवेदनशील मुद्दे को किस तरह से प्रस्तुत किया है। राम का वनवास अभी भी जारी है…………