बैतूल। वैसे तो ब’चों और शायद आपको हमको भी यही बताया जाता हैं कि नए साल के पहले दिन अ’छे काम करना चाहिए जिससे साल भर अ’छे काम कर सके। इसी सीख को रक्तदान से जुड़ी दो सामाजिक संस्थाओं ने आत्मसात किया। आज जिला अस्पताल में रक्तमित्र सोनम जीवन बुआडे के रक्तदान के साथ ही 8000 यूनिट का रिकार्ड आंकड़ा प्राप्त कर लिया है। रक्तदान में सक्रिय विकास मिश्रा ने बताया कि परशुराम सेना और मॉय बैतूल गु्रप ने इसी साल 1 जनवरी को रक्तदान शिविर आयोजित कर यह संकल्प लिया था कि साल भर किसी भी जरूरतमंद मरीज को रक्त की कमी नही होने दी जाएगी। जिले भर की अन्य संस्थाओं की सहायता से विशेष दिवस और त्यौहार पर स्वे’िछक व सामूहिक रक्तदान शिविर आयोजित किये गए। जिसके चलते साल खत्म होने के 20 दिन पहले ही 8000 यूनिट पंजीकृत कर लिए गए। रक्तमित्र जीवन बुआडे ने बताया कि ग्रामीण अंचलों में आज भी जागरूकता की कमी के कारण रोजाना लगभग 25-30 यूनिट की आवश्यकता होती है। जिसकी पूर्ति व्हाट्सप पर बने ग्रुप की मदद से करवाई जाती है।
परशुराम सेना का मिशन-201 यूनिट है सर्वाधिक
इस साल 14 अप्रैल को परशुराम सेना द्वारा जिला अस्पताल में सबसे बड़ा शिविर लगाया गया था जिसमे 201 यूनिट रक्त संग्रहण हुआ था। पू’य सिंधी पंचायत 108 यूनिट, जैन स्थानक समाज 92 यूनिट व एम आर एसोसिएशन ने 65 यूनिट रक्तदान कराया। वही जन कल्याण सेवा समिति के तत्वावधान में सर्वाधिक 12 शिविर लगवाए गए। इस अवसर पर परशुराम सैनिक ओम द्विवेदी ने बताया कि अभी भी ग्रमीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य,पौष्टिक आहार व रक्तदान संबंधी जागरुकता की कमी है, जिस हेतु हम सभी को संकल्पित होकर जागरुकता लाने का प्रयास करना होगा। ध्यान रहे कि वर्ष 2015 में 4881, वर्ष 2016 में 5563, गत वर्ष 2017 में 6623 यूनिट रक्त का संग्रहण किया गया। जिले भर में लगभग 65 सामाजिक संस्थाएं रक्तदान के क्षेत्र में कार्यरत है। इस अवसर पर मुकेश गुप्ता,अनूप सोनी, अनिल पेशवे, प्रसेन मालवी,संदीप यादव,पंकज उसरेटे, शेरू महेंद्र पवार,श्याम पवार,श्रद्धा प्रजापति,सहित अन्य सामाजिक संस्थाओं के रक्तवीर उपस्थित थे।