श्री विनायकम् स्कूल में चल रहे 17वें वार्षिकोत्सव ’’ शरणम ’’ के दूसरे दिन का शुभारम्भ र्पंिडत श्रीकान्त दीक्षित षिक्षा विद, श्री सुधाकर पवांर अध्यक्ष नगर परिषद बैतूलबाजार एवं श्री पी.एस.चम्पावत मुख्य वन संरक्षक (सी.सी.एफ.) बैतूल के आतिथ्य में राष्ट्रगान एवं सरस्वती पुजन द्वारा किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं द्वारा फैंसी ड्रेस एवं तराने-नए-पुराने प्रस्तुत किये गए जिसमें बच्चों ने अपनी आवाज़ से सभी का मन मोह लिया साथ ही विद्यार्थियों द्वारा नादान परिन्दे के माध्यम से वार्षिकोत्सव की थीम ’’ शरणम’’ की सार्थकता को साबित किया। जिसमें बच्चों के भावपूर्ण अभिनय ने सभी दर्शकों की आँखें नम कर दी। श्रृंखला सुपर मेमोरी पावर के अंतर्गत आज 6 से 12 वर्ष के छोटे उस्तादों द्वारा अपनी विलक्षण बुद्धि का परिचय दिया गया। जिसमें बच्चों ने विष्व के करीब 200 देशों की राजधानियों के नाम क्रमानुसार एवं बिना क्रम के सामुहिक रूप एवं व्यक्तिगत रूप से तत्काल बताए। दर्शक इन छोटे-छोटे बच्चों के आत्मविष्वास से युक्त प्रस्तुति को देखकर आष्चर्य चकित रह गए।
इसके अलावा अपने प्रथम वर्ष में श्री विनायकम् महाविद्यालय के छात्रों द्वारा बुजुर्गों की व्यथा-कथा दर्षाते हुए ’’वृद्धाश्रम’’ नाटक एवं कक्षा 9,10वीं के द्वारा देष भक्ति थीम पर दी गई प्रस्तुति को दर्षकों द्वारा काफी सराहा गया।
आज के कार्यक्रम में पधारे शिक्षा वीद पं. श्रीकान्त दीक्षित जी ने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा में शिक्षकों का योगदान तो होता ही है, परन्तु वास्तव में प्रारम्भिक शिक्षा माँ के द्वारा दी जाती है, वहीं से छात्र जीवन का उद्धार प्रारम्भ हो जाता है, अपनी इसी वाणी से उन्होंने विद्याथियों को सपने साकार होने का शुभाशिष प्रदान किया । कार्यक्रम में पधारे नगर परिषद अध्यक्ष बैतूल बाजार ने भारत माता की जय के नारे के साथ अपने उद्बोधन में कहा कि किसी भी कार्य को करने के लिए स्वयं में एक ललक होनी चाहिए। कार्यक्रम में पधारे श्री रामचरण यादव, श्री नरेन्द्र ठाकुर, श्री प्रशांत पचौरी, श्री डैनी गौर , प्रदिप चौबे एवं सभी अतिथियों , पालकों के प्रति विद्यालय के संचालक श्री संजय राठौर द्वारा आभार व्यक्त किया गया ।