संगीत संध्या के माध्यम से कहा ” रूक जाना नहीं तू कहीं हार के”
विश्व कैंसर दिवस पर बोथरा परिवार की अभिनव पहल
पहली बार कैंसर पीडि़त महिलाएं आई एक मंच पर एकसाथ
अजेय योद्धा हेमन्तचन्द्र (बबलू) दुबे के प्रयास हुए सार्थक
बैतूल । बैतूल नगर के प्रतिष्ठित बोथरा परिवार ने 04 फरवरी विश्व कैंसर दिवस पर “कैंसर फाईटर्स के नाम एक संगीतमय शाम” का आयोजन कर एक नया आयाम रच दिया।
“रूक जाना नहीं, तू कहीं हार के” इस थीम पर बैतूल नगर के स्थानीय विवेकानन्द विज्ञान महाविद्यालय में शाम 07: 30 बजे से यह अभूतपूर्व आयोजन किया गया।
जिसमें ऐसा पहली बार देखने में आया कि जो महिलाएं कैंसर जैसी घातक बीमारी से या तो जूझ रही हैं अथवा उन्होंने कैंसर को हरा दिया है सभी एकसाथ एक ही मंच पर एकजुट होकर इस बीमारी से बैतूल को कैंसरमुक्त करने साहस के साथ अपने-अपने घरों से निकलकर एक नई अलख जगाने में सहभागी बनी।
यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि इसमें सबसे बडा़ योगदान कैंसर को मात दे चुके बैतूल के योद्धा हेमन्तचन्द्र (बबलू) दुबे इस नींव को रखने में कामयाब हो चुके हैं । चूंकि पहले लोग इस घातक रोग को लेकर बातें करने से भी कतराते थे वे ही आज दुनिया को इसके बचाव का संदेश दे रहे हैं ।
इस संगीत निशा के प्रारम्भ से अंत तक जहाँ श्रोतागण मंत्रमुग्ध और भावविभोर हुए वहीं कैंसर फाईटर्स के अनुभव सुनकर उनकी आँखें भी छलक पडी़ ।
सार्थक हुआ जनजागृति का प्रयास
कैंसर जैसी घातक बीमारी से लड़कर स्वस्थ हुई अपनी माताजी के साथ अन्य सभी कैंसर फाईटर्स महिलाओं को एकत्रित कर एक मंच पर एकसाथ इस घातक बीमारी के विरूद्ध अलख जगाने में यहाँ इस संगीतमय शाम के आयोजक धीरज बोथरा एवम् परिवार पूरी तरह कामयाब रहे। उनका यह आयोजन भी सार्थक रहा क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ जब कैंसरमुक्त बैतूल के लिये इस बीमारी का घातक दंश झेल चुकी माताओं-बहनों एवम् उनके परिवारजनों ने मंच से अपने खट्टे-मीठे अनुभव आम लोगों के साथ बांटकर उन्हें सोचने और इस बीमारी से लड़कर बाहर आने का जज्बा प्रदान किया।
इनकी आवाज़ ने जगाई कैंसरमुक्त बैतूल की अलख
चार फरवरी की शाम विवेकानन्द विज्ञान महाविद्यालय में कैंसरमुक्त बैतूल को लेकर संगीतमय शाम कैंसर फाईटर्स के नाम से बोथरा परिवार द्वारा आयोजित
“रूक जाना नहीं तू कहीं हार के” इसमें अपने सुरों को जिन्होंने शब्दों में पिरोया उनमें रंजना सोनी ने हमको मन की शक्ति देना, विवेक बोथरा ने रूक जाना नहीं तू कहीं हार के, और जिन्दगी का सफर है ये कैसा सफर, श्रीमति संगीता श्रीवास्तव एवम् धीरज बोथरा ने ईक प्यार का नगमा है, डा. विनयसिंह चौहान ने तुम साथ हो जब अपने, कु.नुपुर मौर्य ने ऐ जिन्दगी गले लगा ले, और कर हर मैदान फतह, अखिलेश जैन ने जीना-जीना-जीना रे, और नदिया चले चले रे धारा, , कु. कोकिला यह हौसला ….प्रदीप चौबे ने जिंदगी कैसी है पहेली हाय, धीरज बोथरा एवम् रंजना सोनी ने जीत जाएंगे हम तू अगर संग है, संगीता श्रीवास्तव ने जिंदगी प्यार का गीत है इसे, योगेश शर्मा ने सुन के तेरी पुकार, धीरज बोथरा ने किसी की मुस्कराहटों पे हो निसार, धीरज-विवेक बोथरा-संगीता श्रीवास्तव ने ओ पालनहारे जैसी प्रस्तुतियाँ देकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
कैंसर फाईटर्स जो थी उपस्थित
कैंसरमुक्त बैतूल को लेकर एक संगीतमय शाम कैंसर फाईटर्स के नाम से बोथरा परिवार द्वारा आयोजित
“रूक जाना नहीं तू कहीं हार के” इस आयोजन को सफल बनाने के लिये जो जांबाज कैंसर फाईटर्स उपस्थित हुई उनमें बोथरा परिवार से श्रीमति मीना बोथरा, राठी परिवार से श्रीमति दीप्ति राठी, गोठी परिवार से श्रीमति पद्मा गोठी, ,सुप्रसिद्ध गायिका श्रीमति संगीता श्रीवास्तव, श्रीमति शोभा भट्ट, श्रीमति ऋतु पात्रीकर एवम् कराते प्रशिक्षक सुश्री पूजा अमझरे प्रमुख हैं ।
इनका किया गया सम्मान
कैंसरमुक्त बैतूल को लेकर आयोजित संगीतमय शाम कार्यक्रम में जिले में विभिन्न समितियों के माध्यम से जनजागृति अथवा समाजसेवा के कार्य अनवरत किये जाते रहे हैं उन समितियों का भी यहाँ सम्मान किया गया जिनमें आटो एम्बुलेंस सेवा प्रमुख श्रीमति गौरी बालापुरे, बेटी बचाओ अभियान प्रमुख अनिल यादव पहलवान, मां शारदा सहायता समिति प्रमुख शैलेन्द्र बिहारिया, वेकअप बैतूल प्रमुख कुशकुंज अरोरा, संतुलन समिति प्रमुख मोहित गर्ग, सारेगामापा म्युजिकल ग्रुप प्रमुख नामदेव अतुलकर, म्युजिक वर्ल्ड प्रमुख अखिलेश जैन, सतपुडि़या आर्ट एण्ड म्युजिक सोसायटी प्रमुख राकेश मौर्य, प्रतिध्वनी संस्था से दिनेश जोसफ, विरेन्द्र ठाकुर, विवेकानन्द विज्ञान महाविद्यालय से मुन्ना साबले,संजय बालापुरे, समाजसेवी रक्तदाता मनीष दीक्षित, साहित्य सृजन कुंज से श्रीमति गुंजन खण्डेलवाल, रसिया मानस मण्डल से मनोज यादव, सांई भजन संध्या से डैनी सावनकुमार गौड़, शब्द परिवार से नरेन्द्रसिंह ठाकुर, अजय दुबे, जनआस्था बैतूल प्रमुख संजय शुक्ला, स्माईल ग्रुप से डा. विनयसिंह चौहान, वण्डर ग्रुप से संजय शुक्ला सहित अशासकीय विद्यालय संगठन, स्वर्गरथ सेवा प्रकल्प बैतूल एवम् संगीत एवम् ताल संयोजन हेतु अखिलेश जैन, शरद पारधी, ऋषु नायडू, मुकेश तोषी सरेयाम, ध्वनि संचालन हेतु मनीष राठौर वही कुशल मंच संचालन हेतु श्रीमति नमिता सावरकर को भी सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कैंसर फाइटर्स के सम्मान में आयोजित इस संगीत संध्या में आमला विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे, बैतूल के पूर्व विधायक विनोद डागा, जिला हॉकी संघ के अध्यक्ष प्रदीप खंडेलवाल, कांतिशिवा ग्रुप के विवेक मालवीय, डॉ नूतन वल्लभ राठी समेत अनेक समाजसेवी संगठनों के पदाधिकारी सदस्य एवं बड़ी संख्या में महिलाएं इस कार्यक्रम में उपस्थित थी।