बैतूल। जब तक देश में दो निशान दो विधान और दो प्रधान रहेगे तब तक हम सिर्फ मोमबत्तयों व मौन के माध्यम से हम हमारे शहीदों के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकते हैं। उक्त विचार मलकापर ग्राम की महिलाओं ने व्यक्त किए। उ”ा शिक्षा प्राप्त बहुओं ने सवाल उठाया कि अपने वेतन भत्तों में बिना किसी विरोध के इजाफा करने वाली संसद चंद मिनटों का समय लेती है और देश में एक निशान, एक विधान व एक प्रधान बनाने के लिए संसद का आकस्मिक आपातकालीन सत्र बुलाकर धारा 370 क्यों नहीं समाप्त कर देती है। इसके पूर्व ग्राम में आतंकवाद का पुतला रैली के रूप में घुमाया गया जिसमें भारी संख्या में लोग एकत्रित थे। लिम्बा जी बाबा के दरबार के पास आतंकवाद के पुतले को भारी जनाक्रोश एवं नारों के बीच श्रीमती शांता कोसे और शांता हजारे ने आग लगा दी। आक्रोश रैली में प्रेमकांत कुमार, नरेन्द्र पटेल, शेषराव बारस्कर, राजकुमार पंवार, डम्फु मालवी, दिलीप वर्मा, बिल्लु मेहतो, राकेश धुर्वे, रमेश हजारे आदि मौजूद थे।