बैतूल। संकट मोचन हनुमान मंदिर परिसर राजेन्द्र वार्ड चुन्नीढ़ाना में चल रही रामलीला में भगवान श्री राम द्वारा लंकापति रावण वध किया गया। जिसके बाद विभीषण को लंका का राजपाठ सौंपा गया। अयोध्या में श्रीराम रा’याभिषेक कर रामलीला का समापन हुआ। समापन अवसर पर समिति के कोषाध्यक्ष साहबलाल रावत, सुरेश मालवी, शैलेन्द्र साहू और वार्डवासियों ने सभी पात्रों का वस्त्र भेंट कर, तिलक लगाकर विदा किया। इस मौके पर सोहनलाल राठौर ने कहा कि अंहकार किसी का नहीं टिक सकता है चाहे वह सोने की लंका का आधिपति स्वयं लंकेश ही क्यों न हो। समिति के सुरेश मालवीय ने मंडल, दर्शक और रामलीला संचालन में प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष सहयोग के लिए सभी के लिए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। रामलीला के सभी पात्रों ने अपने उत्कृष्ठ प्रस्तुति की सभी दर्शकों ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की।