बैतूल। जिला राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के तत्वावधान में गोकुल धाम सोसायटी बैतूल में देशभक्ति पर आधारित काव्य गोष्ठी संपन्न हुई। गोष्ठी का शुभारंभ गुरूबक्स बुखारे द्वारा सुमधर स्वरों में सरस्वती वंदना के साथ हुआ। श्रीमती विद्या निर्गुडकर ने समय चक्र कविता से वर्तमान और भविष्य का विश्लेषण किया। पंडित अनिरूद्ध दुबे सरस के सारगर्भित गीतों को सबने सराहा। श्रीमती मीना चंादे ने महिला सशक्तिकरण पर ओजस्वी रचना प्रस्तुत की। शिक्षाविद् भीमराव झरबड़े ने गीत, गज़ल सुनाकर मंत्रमुग्ध कर दिया।
श्रीमती सेवंती माकोडे ने बिटिया शीर्षक से काव्यपाठ कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। जीआर गव्हाड़े ने छोटी परन्तु मार्मिक रचनाएं सुनाई7 श्रीमती मिनाक्षी शुक्ला ने साहस और संघर्ष से ओत-प्रोत कविता प्रस्तुत की। गुरूजी विजय आर्य स्नेही ने एक से बढ़कर एक रचनाएं पढ़ी। डॉ.विद्यानंद वागद्रे आनंद ने मुक्तक, गजल, गीत गाकर गोष्ठी को सफल बनाया। कवि रामचरण यादव ने अनूठे अंदाज में संचालन करते हुए विविध रंगों में रंगी रचनाएं पेश की। आभार रविशंकर पारखे ने किया। आयोजन में प्रीतेश इंगले, मानस शुक्ला, चमनलाल राठौर, श्री बारस्कर का सराहनीय योगदान रहा।