बैतूल। अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के अवसर पर मप्र राज्य एड्स नियंत्रण समिति भोपाल के मार्गदर्शन में योर्स सोसल सोसायटी लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना बैतूल द्वारा शासकीय आईटीआई में जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन करते हुए उपस्थित युवाओं को हमेशा नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया।इस मौके पर परियोजना के कार्यक्रम प्रबंधक निर्देश मदरेले ने कहा कि नशा व्यक्ति को ही नही समाज और राष्ट्र को प्रभावित करता है। एक बार अगर युवा नशे के मकडज़ाल में इस कदर फंसता है तो इससे निकलना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह नशे के विरुद्ध आवाज उठाए और युवाओं को जागरूक करे कि वह नशे से दूर रहकर स्वस्थ रहे जिससे राष्ट्र की सेवा कर सके। उन्होंने कहा कि संस्था भविष्य में ऐसे कार्यक्रम आयोजित करेगा जिससे युवाओं एवं लोगों को जागरूक किया जा सके।
पैरालीगल वॉलेंटियर श्रीमती शिखा भौरासे ने कहा कि सामाजिक एवं गैर सरकारी संगठन को भी जागरूकता कार्यक्रम चलाकर लोगों को नशे के विरुद्ध जागरूक करने की आवश्यकता है क्योंकि नशे ने कई के घर तबाह किए हैं, लिहाजा भविष्य में कई घरों को तबाह होने से बचाने के लिए सभी एकजुटता से सभी को काम करना होगा। इसके अलावा संस्था द्वारा रैन बसेरा पहुंचकर मजदूरों को भी नशे के दुष्परिणाम से अवगत कराते हुए पैम्पलेट का वितरण किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्राचार्य बीआर तांडिया,एसके खर्चे, प्रशिक्षण अधिकारी नवीन मालवीय, शौर्यादल के नितिन अग्रवाल,परामर्शदाता टीआई प्रोजेक्ट वंदना देशमुख, पूनम गौड़, तपीसा पूजा अमझरे, प्रीतिबाला पंवार, छाया प्रजापति, अभिषेक सोनी, सुनीता उइके, रामबाई उइके, अमित सक्सेना, लवकेश मोरसे, लौकेश भौरासे सहित आईटीआई का स्टॉफ व छात्र-छात्राएं मौजूद थे। मंच संचालन निर्देश मदरेले ने और आभार वैभव मालवी ने व्यक्त किया।