बैतूल। जेएच कॉलेज बैतूल के बायोटेक विभाग में एमएसएसी द्वितीय सेम के विद्यार्थियों ने एमएससी चतुर्थ सेम के विद्यार्थियों को पौधारोपण करने के संकल्प के साथ विदाई समारोह का आयोजन किया। इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने मनोमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.केआर मगरदे ने छात्रों को कैरियर संबंधित जानकारी देते हुए कहा कि जीवन में एक पौधा अवश्य लगाए और उसकी परवरिश करें। डॉ.प्रदीप सिंह राव ने इस विदाई समारोह को परंपरा बताते हुए कहा कि कॉलेज में आपके दिन स्वर्णिम यादें होती हैं, अब आगे अपने भविष्य और समाजहित में कार्य करें। डॉ.पीके मिश्रा ने जानकारी दी कि बायोटेक टिसु कल्चर मैथड से नई किस्म की प्याज, टमाटर अन्य सामग्री गेंहू, चावल, दाल की नई किस्म, बनाई जाती है जिससे संपूर्ण मानव को खाद्यान की पूर्ति होती है।
डॉ.एचके वर्मा ने कहा कि बायोटेक विषय आधुनिक समय में मांग के हिसाब से बहुत अच्छा है आप लोग भविष्य में इस तकनीक का प्रयोग अपना भविष्य बनाने में करें। डॉ. अल्का पांडे ने कहा सबसे अधिक महाविद्यालय प्रवेश की डिमांड बायोटेक में होता है इसका मतलब है कि आप लोग भाग्यशाली है जो यह तकनीक पढ़ रहें हैं। डॉ.सुखदेव डोंगरे,डॉ.अशोक कदवाने, डॉ.रमाकांत जोशी, डॉ.एकनाथ निरापुरे ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ.निहारिका भावसार, प्रो.राजकुमार चौकिकर, प्रो.प्रीति नावंगे, मुकेश करोले,कल्पना लोखंडे, समीक्षा शुक्ला, हिमशिखा धोटे, पूजा गुजरे, वंदना दाते, रूचिका बारस्कर, केतन पाटील, प्रियंका सोनपुरे का सराहनीय योगदान रहा। विविध कार्यक्रम आयोजित कर उत्साह के साथ विदाई समारोह मनाया