गुरु पूर्णिमा के अवसर पर दिया “ नीम ” का आशीर्वाद।
विद्यार्थियों ने गुरु दक्षिणा में दिया पौधे की देखभाल का संकल्प वचन।।
श्री विनायकम स्कूल के द्वारा एक अनूठी पहल
श्री विनायकम विद्यालय द्वारा करीब 1000 से अधिक नीम के पौधों को रोपित एवं संरक्षित करने का संकल्प लिया गया। इस अभियान के अंतर्गत गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विद्यार्थियों को नीम के पौधे भेंट किए गए।साथ ही विद्यार्थियों द्वारा “गुरु दक्षिणा” के रूप में पौधों की पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण के साथ समुचित देखभाल एवं पालन पोषण का संकल्प लिया गया। गुरु पूर्णिमा पर माँ सरस्वती का पूजन कर सभी चयनित विद्यार्थियों को पौधे भेंट करने के पश्चात विद्यालय प्राचार्य द्वारा पौधरोपण करने की विधि, सुरक्षा एवं संरक्षण संबंधी समस्त जानकारी प्रदान की गई।
विद्यालय प्राचार्य श्री बी. आर. चढ़ोकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि जिस प्रकार घर में एक शिशु को सुरक्षा एवँ पोषण देकर हम उसका लालन पालन करते हैं उसी तरह नीम के पौधे की देखभाल हमें करना है । विद्यालय प्रशासन की इस पहल को विद्यार्थियों ने सहर्ष स्वीकार कर गुरु दक्षिणा के रूप में पौधे की समुचित देखभाल एवं पालन पोषण का वचन दिया।
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।। क्या है उद्देश्य…!!!।।
श्री विनायकम ग्रुप द्वारा इस पौधरोपण का उद्देश्य है- शहर में हरियाली को वृहद् स्तर पर बढ़ाना। नीम के औषधीय एवं पर्यावरणीय गुणों से लोगों को परिचित करवाना। पर्यावरण की तात्कालिक समस्याओं से निपटने के लिए सिर्फ औपचारिक पौधरोपण नहीं, बल्कि व्यवस्थित रूप से पौधों का समुचित संरक्षण भी प्रदान करना है।
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।। नीम का ही चयन क्यों?..।।
नीम एक ऐसा औषधीय पौधा है, जिसके प्रत्येक अंग (जड़, तना(छाल), पत्तियां, फल (बीज) में औषधीय गुण पाए जाते हैं।
* एंटीबायोटिक तत्वों से युक्त नीम भले ही कड़वा होता है, किन्तु इससे होने वाले लाभ अमृत के समान होते हैं।
*चर्म रोगों, पथरी, मधुमेह, मुँहासे, मलेरिया जैसे रोगों में लाभकारी होता है।
* नीम के बीजों(निबोली) को सुखाकर इसका तेल बनाया जाता है, जो सिरदर्द, बदनदर्द और एनजाइना में एक प्राकृतिक दर्द निवारक औषधि के रूप में कार्य करता है।
*नीम की दांतुन से दांत मजबूत होते हैं एवं पायरिया जैसी बीमारी से निजात दिलाने में मददगार होता है।
* सबसे खास बात कि बारिश करवाने में सहायक होता है। जिस प्रकार आज के दौर में हम अल्पवर्षा की समस्या से जूझ रहे हैं, ऐसे में नीम के पेड़ वर्षा आकर्षित करने में सहायता प्रदान करेंगे।
* इनके अलावा नीम अधिक मात्रा में ऑक्सीजन का उत्सर्जन करता है, जिससे एक स्वस्थ एवं शुद्ध वातावरण के निर्माण में सहायता मिलती है ।
।।। कैसे होगी मॉनिटरिंग ।।।
इस अभियान को व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए श्री विनायकम इको क्लब का गठन किया गया है। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों को एक मॉनिटरिंग फॉर्मेट प्रदान किया गया है, जिसमें पौधे के वर्षभर तक रखरखाव संबंधी जानकारी दी गयी है। विद्यार्थी सेल्फी के माध्यम से अपने पौधों की साप्ताहिक अपडेट रिपोर्ट कक्षा शिक्षकों के द्वारा श्रीविनायकम इको क्लब को प्रदान करेगा। साथ ही इको क्लब के सदस्य एवं विद्यालय के विज्ञान शिक्षक पौधे के संरक्षण संबंधी समस्यायों का समुचित निराकरण करने में विद्यार्थियों को मार्गदर्शित करेंगे।
पौधे के विकास से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी विद्यालय में सुरक्षित की जाएगी।
आज के इस कार्यक्रम में समस्त विद्यार्थी, प्रबंध कार्यकारिणी एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे।