बैतूल। हर साल की तरह इस साल भी महाशिवरात्रि के अवसर पर बालाजीपुरम् में पूजन अभिषेक और सहस्त्रधारा अभिषेक का कार्यक्रम चला। इस दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। बालाजी सेवा समिति ने सभी श्रद्धालुओं के लिए कतारबद्ध दर्शन, प्रसाद वितरण आदि की समुचित व्यवस्था की थी। देश के पांचवें धाम श्री रुक्मणि बालाजी मंदिर बालाजीपुरम् में सुबह से ही शिवभक्तों का मेला लगना शुरु हो गया था। भगवान बालाजी की भोग आरती के बाद मुख्य मंदिर में स्थित शिवलिंग और द्वादश ज्योतिर्लिंग में विराजमान सभी 12 शिवलिंगों के समक्ष पूजन-अर्चन आदि का शुभारंभ हुआ। मंडल पूजन, षोडश उपचार के बाद आरती की गई, इस दौरान सभी मुख्य यजमान, भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। दोपहर से सभी शिवलिंगों में सहस्त्रधारा अभिषेक का शुभारंभ हुआ। विशेष पूजन कर लगातार मंत्रोच्चार के साथ सभी शिवलिंगों में यह सहस्त्रधारा अभिषेक चलता रहा। श्रद्धालु भी कतारबद्ध होकर ओम नम: शिवाय को गुंजायमान करते हुए जलाभिषेक करते रहे। इसके पश्चात् भगवान शिव का विशेष श्रृंगार शिवलिंग पर किया गया फिर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए शिवलिंग के पट खोल दिए गए। शाम को शिवलिंगों की विशेष आरती शुरु हुई। इस दौरान हजारों की संख्या में मौजूद शिवभक्तों ने पूजा-अर्चन किया। श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए बालाजी सेवा समिति एवं अन्य समितियों ने व्यवस्था की कमान संभाल रखी थी। कतारबद्ध श्रद्धालुओं के लिए पानी आदि की व्यवस्था थी। प्रसाद के रूप में फल वितरण किया गया। चारों पहर का पूजन सभी ज्योतिर्लिंगों में किया गया।