योग वेदांत सेवा समिति सहित कई हिंदू संगठन मंदिरों व सार्वजनिक स्थलों में आयोजित करेंगे कार्यक्रमबैतूल। युवा सेवा संघ बैतूल के जिलाध्यक्ष राजेश मदान ने बताया कि प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी श्री योग वेदांत सेवा समिति,युवा सेवा संघ,महिला उत्थान मंडल बैतूल सहित जिले के अन्य हिंदू संगठनों द्वारा 25 दिसंबर को जिले के मंदिरों,सार्वजनिक स्थलों सहित घर-घर में तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाया जाएगा। उन्होने बताया कि सुख शांति समृद्धि व आरोग्य प्रदायिनी तुलसी का स्थान भारतीय संस्कृति में पवित्र व महत्वपूर्ण है तुलसी पूजन सेवन व रोपण से आरोग्य लाभ, आर्थिक लाभ के साथ ही आध्यात्मिक लाभ भी होते हैं।
श्री मदान ने बताया कि देश में सुख,सौहार्द,स्वास्थ्य व शांति से जन समाज का जीवन मंगलमय हो इस लोक हितकारी उद्देश्य से प्राणीमात्र के हितचिंतक संत श्री आशारामजी बापू की पावन प्रेरणा से 25 दिसंबर 2014 से भारत सहित विश्व के कई देशों में तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाना प्रारंभ हुआ। श्री मदान ने पूजन विधि के विषय में बताया कि 25 दिसंबर को सुबह स्नान के बाद घर के स्वच्छ स्थान पर तुलसी के गमले को जमीन से कुछ ऊंचे स्थान पर रखें उसमें यह मंत्र बोलते हुए जल चढ़ाएं महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्य वर्धिनी आधिव्याधि हरा नित्यम तुलसी त्वां नमोस्तुते फिर तुलस्यै नम: मंत्र बोलते हुए तिलक करें अक्षत (चावल) व पुष्प अर्पित करें तथा वस्त्र व कुछ प्रसाद चढ़ाएं। दीपक जलाकर आरती करें और तुलसी जी की सात परिक्रमा करें।
तुलसी पत्ते डालकर प्रसाद वितरित करें साथ ही तुलसी नामाष्टक का पाठ भी कर सकते है वृंदा वृंदावनीं विश्वपावनीं विश्वपूजिताम, पुष्पसारां नंदिनीं च तुलसीं कृष्णजीवनीम। एतन्नामाष्टकं चैतत्तस्त्रोत नामार्थसंयुतं।य: पठेत्ताम च समपूज्य सोअश्वमेधफलम लभेत। (जो पुरुष तुलसी की पूजा करके इस नामाष्टक का पाठ करता है,उसे अश्वमेघ यज्ञ का फल प्राप्त हो जाता है। श्री मदान ने जिले की सभी सामाजिक,धार्मिक संस्थाओं व धर्मप्रेमी जनता से आग्रह किया है कि वें 25 दिसंबर को मंदिरों सार्वजनिक स्थलों सहित घर-घर में तुलसी पूजन के कार्यक्रम आयोजित करें। तुलसी ईश्वर की तरफ से दिया गया स्वास्थ्य व समृद्धि का अनमोल उपहार है अत: हम सभी का कर्तव्य है कि तुलसी पूजन दिवस के माध्यम से इसकी महिमा जन-जन तक पहुंचाएं।