बैतूल। बैतूल ब्लाक की ग्राम पंचायत देवगांव के गांव वालों ने अत्यंत परेशान हो जाने पर जिला निगरानी समिति के चेयरमैन प्रशांत गर्ग को सरपंच-सचिव द्वारा लम्बे समय से की जा रही अनियमितताओं को देखने एवं उस पर कार्रवाई करवाने के लिए सूचित किया तुरंत श्री गर्ग देवगांव पहुंचे जहां उपस्थित सैकड़ों ग्रामीणों ने वहां के हाल बताए तो ऐसा लगा कि जिले में शायद सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार यहां है। रोजगार सहायक मनीष मालवीय से चर्चा की गई क्योंकि सचिव के पास देवगांव का अतिरिक्त प्रभार होने से वह गांव में रहता ही नहीं है। कपिल धारा हितग्राही सुभद्रा सूर्यवंशी का कुंआ देखा गया 16 हाथ खुदवाने के बाद भी बंधाई न होने से वह धंस गया था। यहां हितग्राही के बताने पर सबसे आश्चर्य वाली बात सामने आई कि कपिल धारा के कुंए पंचायत स्वयं खुदवा रही है। जिसका पंचायत को अधिकार ही नहीं है। ग्राम परसराम गंगारे का हाथ सीसी रोड बनाते समय क्षतिग्रस्त हो गया था जिसका इलाज करवाना तो दूर उसे मजदूरी अभी तक नहीं दी गई। बड़ी संख्या में उपस्थित महिला मजदूरों ने बताया कि उन्हें पिछले वर्ष किए काम की मजदूरी अभी तक नहीं मिली है। ललिता बाई ने बताया कि जब सरपंच से कहा गया तो सरपंच का कहना था कि शिकायत कलेक्टर से की थी अब मजदूरी भी कलेक्टर ही देंगे।
हाल ही में बने इंदिरा आवास जर्जर होने की स्थिति में पाए गए पंचायत में किए अन्य कामों में कई महीनों से भुगतान नहीं हुआ है। यह भी जानकारी लगी कि जिन लोगों ने किसी तरह का कोई कार्य ही नहीं किया उन्हें 10-10 हजार रूपए दे दिए गए थे। पंचों को अपने पक्ष में करने के लिए सरपंच द्वारा पंचायत की राशि से लम्बी तीर्थ यात्राएं करवाई गई। उपसरपंच ने बताया पंचायत की आज तक बैठक ही नहीं बुलाई गई पंचायत के अंतर्गत आने वाले आदिवासी ग्राम चौकी की स्थिति और बदतर बताई गई। समग्र स्वच्छता अभियान एवं निर्मल वाटिका योजना का पंचायत द्वारा मजाक बना दिया गया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक हुई जिसमें श्री गर्ग ने कहा कि इस बात का क्षेत्र में पूरी ताकत से प्रचार करे कि विकास योजनाओं का पैसा कांग्रेस की केंद्र सरकार द्वारा भेजा जा रहा है। श्री गर्ग के साथ शहर चेयरमैन संजय शुक्ला, कांग्रेस नेता आशिफ खान, ब्लाक निगरानी समिति के सदस्य जितेन्द्र पचौरिया, संदीप गंगारे, उपसरपंच अशोक आर्य आदि भी साथ थे।