मुलताई में कृषक सम्मेलन का आयोजन
बैतूल, दिनांक 13 अप्रैल 2013
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने शनिवार को मुलताई में आयोजित कृषक सम्मेलन में बैतूल जिले के प्रभातपट्टन को तहसील का दर्जा दिलाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मई के अंत तक मुलताई तहसील सहित पूरे बैतूल जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे विद्युत प्रदाय करने की राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना शुरू हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलताई तहसील की प्रस्तावित 22 लघु एवं मध्यम सिंचाई योजनाओं का प्रारंभिक सर्वे करवाया जाएगा, उनमें से तकनीकी रूप से साध्य योजनाओं को मंजूर कर निर्माण कार्य शुरू कराए जाएंगे। श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में बहुत जल्द मुलताई से भी वृद्धजनों को तीर्थ दर्शन कराने के लिए एक रेलगाड़ी भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि मुलताई, पवित्र ताप्ती नदी का उद्गम स्थल है और इसे भी “मध्यप्रदेश गान” में यथोचित स्थान दिलाने की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सांसद श्रीमती ज्योति धुर्वे, विधायक सर्वश्री सुखदेव पान्से, अलकेश आर्य, चैतराम मानेकर, श्रीमती गीता रामजीलाल उइके, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लता राजू म्हस्की, मुख्य सचिव श्री आर. परूशराम, कलेक्टर श्री राजेश प्रसाद मिश्र, एसपी श्री ललित शाक्यवार विशेष रूप से उपस्थित थे।
श्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषक सम्मेलन में 17.72 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित 8 निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया। इनमें मुलताई का एक मॉडल स्कूल भवन, ग्राम कामथ का एक सामुदायिक भवन, छ: सडक़ों बैतूल-खंडारा-आमला मार्ग, खापा खतेड़ा-काजली मार्ग, बलगांव से कोटमी, बांसपुर से शांतिपुर, ढोंडवाड़ा से बाबई और बैतूल-हरदा जिलों को जोडऩे वाली ढाई किलोमीटर लम्बी सडक़ के निर्माण कार्य शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में विभिन्न विभागीय योजनाओं से लाभांवित होने वाले 25 हितग्राहियों को लगभग तीन लाख रुपये धनराशि के चेक प्रदान किये तथा इनके अलावा कृषि योजनाओं से लाभांवित 27 हितग्राहियों को बीजोपचार ड्रम और 8 हितग्राहियों को स्पाइरल सीड ग्रेडर यंत्र प्रदान किये।
श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार खेती को लाभ का व्यवसाय बनाने के लिए कृत संकल्प है, लेकिन ग्रामीण व्यवस्था को गतिशील बनाने के लिए वर्तमान परिदृश्य में केवल खेती-किसानी पर ही निर्भर नहीं रहा जा सकता। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस वर्ष मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत एक लाख युवा उद्यमियों को निज के रोजगार धन्धे शुरू करने और लघु उद्योग स्थापित करने के लिए सरकारी गारंटी पर 50 हजार से 25 लाख रुपये तक के ऋण उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि केश शिल्पी, बढ़ई, लोहारी और इसी प्रकार के छोटे-मोटे रोजगार धन्धों में लगे लोगों के कौशल का उन्नयन कर स्थानीय तौर पर ही उनकी आर्थिक दशाओं को सुधारने के प्रयत्न किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे विद्युत प्रदाय करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के पीछे राज्य सरकार की मंशा कृषि का विकास करना तो है ही, साथ ही ग्रामीण शिल्पियों को अधिकतम बिजली की आपूर्ति कर छोटे-मोटे रोजगार धन्धों में लगाना भी है। श्री चौहान ने कहा कि आज से 9 वर्ष पहले मध्यप्रदेश में केवल 29 सौ मेगावाट विद्युत उत्पादन होता था, जो बढक़र अब 10 हजार 600 मेगावाट हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे प्रयास किये जा रहे हैं कि आगामी एक साल में राज्य में 14 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन होने लगे। खेती को लाभ का धन्धा बनाने के लिए सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। किसानों को खेती के लिए महंगी बिजली खरीदने की समस्या से निजात दिलाने के लिए अब प्रतिवर्ष, प्रति हार्सपावर 1200 रुपये की राशि विद्युत शुल्क के रूप में जमा करनी होगी, वह भी सुविधानुसार दो किश्तों में जमा कराने की छूट दी गई है। किसानों के 28 फरवरी 2013 तक के पुराने बकाया विद्युत बिलों को जमा करने पर बकाया की आधी राशि माफ कर दी जाएगी। जबकि शेष बकाया आधी राशि धीरे-धीरे 10 किश्तों में जमा करने की छूट दी गई है।
श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में लोगों की आर्थिक और सामाजिक दशायें अच्छी रहें, इसके लिए अब भविष्य में राज्य में न तो कोई नई शराब की फेक्ट्री खोली जाएगी और न ही किसी स्थान पर कोई नई शराब की दुकान खोलने की अनुमति दी जाएगी।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री के मुलताई आगमन पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने हेलीपैड पर श्री शिवराजसिंह चौहान का स्वागत किया। जनप्रतिनिधियों ने श्री चौहान के मुलताई आगमन पर उन्हें फलों से तौला। मुख्यमंत्री बाद में पवित्र ताप्ती नदी के उद्गम स्थल पर गए, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की।
स्थानीय विधायक श्री सुखदेव पांसे ने कहा कि जिस प्रकार वे क्षेत्रीय विकास के मामले में राजनैतिक प्रतिद्वन्द्विता से दूर रहते हैं, उसी प्रकार मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भी विकास के मामले में राजनीति को आड़े आने नहीं देते हैं। श्री पांसे ने हाल ही में उनकी माता के स्वर्गवास होने पर श्री शिवराजसिंह चौहान ने जिस प्रकार सांत्वना दी थी, मुख्यमंत्री की उस संवदेनशीलता के प्रति वे अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति का उद्देश्य जनसेवा है। श्री शिवराजसिंह चौहान ईमानदार मुख्यमंत्री हैं और उनका लक्ष्य भी जनसेवा ही है। श्री पांसे ने सालबर्डी तीर्थ स्थल के विकास के लिए 25 लाख रुपये का अनुदान देने की अपनी पुरानी मांग को दोहराया। इस अवसर पर पूर्व सांसद श्री हेमंत खण्डेलवाल, बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, किसान, जनप्रतिनिधि, प्रचार माध्यमों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
समा. क्रमांक/44/298/04/2013
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