चिचोली…..म.प्र. में होने जा रहे विधानसभा चुनाव मिशन 2013 के चलते क्रांग्रेस को सरकार बनानें की कयावद एंव पूणर््ा बहुमत प्राप्त करनें के लियें कर्नाटक में विधान सभा चुनावों को लेकर कार्य समिति की विशेष बैठक का गई जिसमें इच्छूक उम्मीदवार जमीनीस्तर के प्रत्यासीयों को गहन सोच विचार कर कागे्रंस
को सरकार बनानें के लियें अहम निर्णय लियें गयें तथा विधान सभा चुनाव में टिकिट वितरण में अपनें चहेतों उम्मीदवार को टिकिट दिलानें की पुरजोर कोशिश में प्रदेश के दिग्गज द्वारा की जा रही है वही बडे नेताओं के पास सिफारिसो का दौर भी जोरो से चल रहा है लेकिन दिग्गजों को ही अपनें चहेतें उम्मीदवार को जितानें की पूर्णजवाबदारी लेनी होंगी अगर अपने चहेते उम्मीदवार को नही जिता पानें पर हाईकमान द्वारा एैसे दिग्गजों एंव सिफारिस वालें पर कार्यवाही करनी पडेगी हाईकमान को आगे आकर निर्णय लेनें होंगे पानी के बुलबुलें की तरह अपने आप उठनें वालें हवाई नेताओं की सिफारिस से भोपाल से दिल्ली तक टिकिट की जुगाड की दौड में आगे है जो केवल अपनी स्वार्र्थी राजनिती करतें है जमीनी स्तर से जुडे एंव वास्तव में जीत हासिल कर पानें में सक्षम अपनी इच्छा में टिकिट पानें का सपना संजोय उम्मीदवार को ही टिकीट देनी चाहियें जो जीत के लियें एक विकल्प है सिफारिस के कारण ही एैसे को अनदेखा कर उनके सपनों पर पानी फिरा देतें है वही मध्यप्रदेश में सत्ता से कोसो दूर है कंाग्रेस संगठन में एैसे कई नेता नही है जो केवल चुनावों के समय ही नजर आतें है और अपनें दिग्गज से भरपुर प्रयास कर मेल मिलाप कर टिकिट हथियानें में कामयाब हो जातें है एैसे नेताओं के कारण ही कांग्रेस की छबि पर गहरा असर पडता है जिसके कारण ही कांग्रेस को हार का खामियाजा भुगतना पडता हाईकमान एैसे निर्णय लेवे कि आम कार्यकर्ता प्रंशसा कर प्रत्यासी को जितानें के लिये तन मन धन से प्रयास करें ।