बैतूल। शासन-प्रशासन डेंगू-मलेरिया की रोक थाम के लिये गंभीर है, और कुछ कदम भी उठाये जा रहें हैं,ये परन्तु ये प्रयास नाकाफी दिख रहें हैं। गांधी नगर इलाके में एक प्लाट पर गंदगी का ये आलम है कि आस-पास के घरों की नालियों का पानी एक बड़े से गड्डे में जमा हो जाता है, जिसमें गंदे और रूके हुए पानी के कारण मच्छर का प्रकोप चरम सीमा में है। यहां के वार्ड वासियों ने बताया कि कई बार हमने संबंधित अधिकारियों को आवेदन दिया परन्तु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। यहां के रहवासियों के घरों की नाली की निकासी की व्यवस्था के साथ ही इस बड़े से गड्डे का भराव भी बिमारियों की रोकथाम हेतु आवश्यक है। बारिस में इस बड़े से गड्डे में 5 से 6 फिट तक पानी जमा हो जाता है जिससे बड़ी दुर्घटना की संभावना हमेशा बनी रहती है।
इनका कहना है
मेरे नॉलेज में है जल्द ही समाधान का आश्वासन देता हूं-श्री यादव (सीएमओ )
ये बेहद सामान्य सी बात है की रूके हुऐ पानी और गंदगी से डेंगू-मलेरिया जैसी बिमारियां तीव्र गति से फैलती हैं – डॉ योगेश पंडागरे (ह्दय रोग एवं जनरल फिजीशीयन)
ये प्लाट निजी है, जिस व्यक्ति का उसकी भी कुछ नैतिक जिम्मेदारी होना चाहिये, हम सुधार के प्रयास शीघ्र करेंगे-सलाम (वार्ड पार्षद)
वार्ड वासियों ने कई दफा संबंधित अधिकारियों को आवेदन दिया, किन्तु कार्यवाही शुन्य है- जयंत बतरा (वार्ड वासी)
बारिश में यह प्लाट खतरनाक हो जाता है, 5-6 फिट तक पानी जमा हो जाता है, इसमें बच्चा डूब भी सकता है-रिशीराज सिंह परिहार (वार्ड वासी)