-प्रतिदिन सुबह प्रातकाल 5.30 बजें सें 6.30 बजें तक-
चिचोली-श्रीमद भागवत कथा पुराण का सत्संग का आयोजन चुडिया ग्राम कें चिन्ध्या जी महाराज के दरबार में पंडित भगवती प्रसाद तिवारी प्रतिदिन
क्षेत्र के भक्तों को श्रीमद भागवत कथा सत्संग का रसपान करानें के साथ साथ मन शुद्वी करनें के बाद प्रातकाल के समय में योगशिक्षाको करवाकर
अपनें भक्तो शारिरिक योगशिक्षा का भी शिक्षा दे रहें है क्योंकि इस योग क्रिया से शरीर निरोग रहता है इस योगशिक्षा में भारी संख्या में भक्तों का
पहुचकर योगक्रिया में योगासन पदमासन शीर्शासन आदि ग्रहण कर रहे है वही आज पांचवे दिन श्री मद भागवत कथा में कहा कि अपनें जीवन को
पशु के समान बनायें उसमें धर्मज्ञान भी सामिल कर सफल बनायें धर्म के बिना मनुष्य नरपशु जीवन होता है
अपनें जीवन को अपनें अचार विचार व्यवहार से जीता है वह खुद धर्म या अधर्म का रास्ता चुनंेगा धर्मज्ञान पानें के लियें उसें भागवत कथा सत्संग में आना चाहियें जिससें उसे धर्म का ज्ञान हो जायेंगा और अपनें जीवन का उदद्वार हो सकेंगा उसनें जो अपना जीवन ढांेगी रूप में बनाया है जिसमें वह रहन सहन खानपान आचार विचार सें मुंह में राम बगल में छुरी जैसा बनाया है यह ढोंग धतूरा दिखावा सेे अपने आप को धोखा दे रहा है ईश्वर एैसे भक्तों को कठोर
दण्ड देकर इनका जीवन नर्क बना देते हैं तथा इन्हें कभी मुक्ति नही मिल सकेंगंी श्री मद भागवत कथा के सत्संग को सुनों और प्रातकाल सुबह सबेरे 5.30 बजें सें 6.30 बजें तक योगशिक्षा सें अपनें जीवन कों निरोग रखें जिससें आपका मन ही नही शरीर भी सून्दर बन पायेंगा । तथा आत्मशुद्वी मन परिवर्तन होकर आपका जीवन निर्मल पवित्र हो करें श्री मद भागवत कथा भी सुननें कों मिली योगशिक्षा भी की इससें आपका
जीवन का कल्याण होकर सफल हो जायेंगा ।