बैतूल। क्षत्रिय राठौर समाज द्वारा अक्षय तृतीया के मौके पर बैतूलबाजार बालाजी मंदिर में सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सात जोड़ों ने सात फेरे लिए। सामूहिक विवाह में विवाह कराने पर युवक-युवतियों के माता-पिता का भी सम्मान किया। इस मौके पर समाज के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि सहित समाज के हजारों लोग शामिल हुए।
इन्होंने रचाया विवाह
सामूहिक विवाह में रूपेश आमला के साथ ग्यानवी महकार,धमेन्द्र राठौर टिकारी के साथ सरिता चिचोली, मधु राठौर सेहरा मंजु खंडारा, दीपक राठौर बैतूलबाजार मोनिका खेड़ी, अखिलेश राठौर भैंसदेही पूजा झगडिय़ा, सुनील सारणी शारदा बोरदेही, उमेश बैतूलबाजार मोनिका खेड़ी ने विवाह रचाया। समाज की ओर से सभी को मंगलसूत्र, पायजब, बिछिया, लौंग और पांच बर्तन दिए गए। इस मौके पर विधायक अलकेश आर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष लता महस्की, पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल,भाजपा अध्यक्ष अनिल सिंह कुशवाह, मंडी अध्यक्ष सरोज शुक्ला, नगर पंचायत अध्यक्ष वंदना शुक्ला, प्रवीण गुगनानी, भाजयुमो अध्यक्ष संजू सोंलकी, समाज के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक शिवप्रसाद राठौर, द्वारका प्रसाद राठौर, रामकिशोर, गुड्डू राठौर मुख्य रूप से उपस्थित हुए। समाज द्वारा कराए आयोजन की यूपी से आए हाजी शहीद ने भी प्रशंसा कर ५०१ रूपए दिए। सामूहिक विवाह के साथ ही पहली बार परिचय सम्मेलन भी हुआ। जिसमें आधा सैकड़ा युवक-युवितयों ने परिचय दिया।
अतिथियों ने की सराहना
क्षत्रिय राठौर समाज द्वारा लगातार २२ वर्ष से सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा है। समाज द्वारा कराए जा रहे विवाह की आयोजन की अतिथियों ने सराहना की। अतिथियों ने कहा कि इससे समाज की कुरीतयां दूर होगी। दहेज प्रथा पर अंकुश लगेगा। अन्य समाज के लोगों भी राठौर समाज की तरह सामूहिक विवाह की पहल करना चाहिए।
टीका कार्यक्रम हो बंद
समाज के अध्यक्ष शिवप्रसाद राठौर ने इस अवसर पर खास तौर से शादी के पहले कराए जाने वाले टीका कार्यक्रम को बंद करने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से ही परिवार के लोगों का काफी पैसा खर्च हो जाता है। अक्षय तृतीय पर घरों में विवाह का आयोजन नहीं करने की बात कही और कहा कि मृत्यु भोज पर भी पूरी तरह से अंकुश लगना चाहिए। समाज के लोगों से अधिक से अधिक संख्या में सामूहिक विवाह में शादी कराने की बात कही।