बैतूल। मप्र पटवारी संघ के प्रांतीय आव्हान पर 20 मई से जिले के समस्त पटवारी अपने-अपने तहसील के कानूनगो शाखा में पटवारी बस्ता सौंप कर अनिश्चित हड़ताल पर हैं जिसके तहत हड़ताल दसवें दिन भी जारी रही। बैतूल जिला पटवारी संघ के जिला प्रवक्ता केशव कांत कोसे ने बताया कि प्रदेश कार्यकारिणी द्वारा भूअभिलेख मुख्यालय ग्वालियर मप्र में प्रांताध्यक्ष चन्द्रप्रकाश टेमरे के नेतृत्व में सीएलआर ग्वालियर को ज्ञापन सौंपा गया। सीएलआर द्वारा दो दिनों में भोपाल जाकर मांगों के संबंध में प्रमुख सचिव से चर्चा कर निराकरण करने का आश्वासन दिया है। वहीं लगातार जिले में समस्त तहसील स्तर पर संघ का 13वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा। संघ के जिला पदाधिकारियों द्वारा 4 एवं 5 जून को आंदोलन को गति प्रदान करने के लिए आमला एवं शाहपुर तहसील का दौरा किया जाएगा। धरना स्थल पर संबोधित करते हुए जिला उपाध्यक्ष अवधेश वर्मा ने कहा कि 1959 से अतिरिक्त हल्के के प्रभार का मानदेय 9 रूपये प्रति माह दिया जाता था आज भी हमें सिर्फ 9 रूपये ही मिल रहा है, इस हिसाब से उस वर्तमान स्थिति में अतिरिक्त हल्के के प्रभार का मानदेय मूल हल्के का वेतन का 50 प्रतिशत एकदम जायज मांग है। जिलाध्यक्ष जितेन्द्र ने बताया कि मांगे नहीं माने जाने की स्थिति में संघ द्वारा जिला स्तर पर 10 जून से क्रमिक भुख हड़ताल की जाएगी। धरना स्थल पर प्रमुख रूप से जितेन्द्र पवांर, तहसील अध्यक्ष बैतूल संजय मोरे, अनिल गंजाम,प्रहलाद वामनकर, जिला उपाध्यक्ष अवधेश वर्मा, कन्हैया सिरसाम, महेन्द्र राठौर, हरीनंदन साहू, अजय जावरकर, चंद्रकिशोर अखंडे, यशवंत बटके,राकेश कटोतिया, जगन्नाथ कुं मरे,शालिगराम सौदागर,दिलीप देशमुख, महेश छारले, इमरान खान, सोनू वरकड़े,दिलीप करोचे, राजिक अली, मोहन धुर्वे, हरीश गढेकर, गंगाधर धोटे, दिलीप गुजरे,इंन्द्र कुमार बोरवन, उमेश गीद, हुकूम चंद इवने आदि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
जिलाध्यक्ष जितेन्द्र ने सभी पटवारियों से धरना स्थल पर उपस्थित होने की अपील की है।