बैतूल। जेएच कॉलेज बैतूल में अकादमिक एवं वित्तीय वृहद आडिट महालेखाकार टीम ग्वालियर के द्वारा संपन्न हुआ। महाविद्यालय में वित्तीय लेखों ,अकादमिक,शैक्षणिक गतिविधियों का व्यापक स्तर पर परीक्षण टीम द्वारा विगत 3 सत्र 2010-11,11-12,12-13 का आडिट किया गया। सुभाष लव्हाले के नेतृत्व में महाविद्यालय के आफिस स्टाफ, प्रोफेसर, विभागाध्यक्ष के सहयोग से महाविद्यालय की सारी गतिविधियों का लेखा-जोखा टीम के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जिसका उन्होने परीक्षण किया। महाविद्यालय के प्राध्यापकों की एक पीटीए (परफारमेंस ऑफ टीचर्स एपराइजल) तथा गुणवत्ता का दृष्टीपत्र पर आधारित प्रश्न के विषय में समस्त प्राध्यापकों को जानकारी दी गई। प्राचार्य श्री लव्हाले ने बताया कि 1988 को यूजीसी चेयरमेन प्रो यशपाल द्वारा 14 सदस्यीय कमेटी के द्वारा तय किया हुआ प्रोफारमा (पीटीए)अब लागु हुआ। उसके अनुरूप इस वर्ष की सीआर के साथ शासन को भेजा गया। श्री लव्हाले ने बताया कि बगैर वित्तिय समिति की अनुशंसा 999 रूपये तक की खरीदी की जा सकती है, 25 हजार रूपये तक की खरीदी कोटेशन एवं समिति की अनुशंसा द्वारा ही की जा सकती है, 25 हजार के उपर निविदा द्वारा की जा सकती है। उक्त निर्देश सभी विभागध्यक्ष एवं संयोजकों को दिये गये। श्री लव्हाले ने बताया कि यह वर्ष गुणवत्ता विस्तार एवं संवर्धन वर्ष के रूप में जहा महाविद्यालय में मनाया जाएगा। डॉ राकेश तिवारी ने गुणवत्ता के बिंदुओं स्पष्ट किया एवं उनके अनुरूप कार्य तथा कार्य के बाद रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। डॉ खेमराज मगरदे ने गोपनीय चरित्रावली भरने के अकादमिक तरिकों को बताया एवं अकादमिक स्तर पर प्रत्येक प्राध्यापक को अपने आप को प्रोन्नत करने का कहा। बैठक में डॉ एसबी हसन, डॉ खेमराज मगरदे, प्रो अशोक दबाड़े, डॉ दयानंद खासदेव, डॉ ज्योति शर्मा, डॉ आभा वर्मा, डॉ हेमंत वर्मा,डॉ विजेता चौबे, डॉ प्रगति डोंगरे, डॉ एचएस झरिया, प्रो बलीराम खातरकर, डॉ रमाकांत जोशी, डॉ सुखदेव डोंगरे उपस्थित थे।
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