बैतूल। अटल सेना बैतूल के तत्वाधान में स्टेडियम चौक से काली पट्टी बांध कर सैकड़ों की संख्या में पट्टे की मांग करने वालों ने मौन रैली निकाल कर कलेक्टर बैतूल राजेश मिश्र को एक ज्ञापन सौंपा। सेना प्रमुख एवं भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ जिला संयोजक राजेन्द्र सिंह चौहान (केन्डु बाबा) ने बताया कि विगत दिनों हमने ज्ञापन सौंपकर पट्टे की मांग की थी, जो आज दिनांक तक पूरी नहीं हो पाई है,इसी के विरोध स्वरूप यह रैली निकाली गई है। लोकतंत्र में अपनी बात कहने का सभी को अधिकार है परन्तु हमको ना तो कहने दिया जा रहा है ना ही हमारी सुनी जाती है, इसके विरोध में हमने मुंह पर काली पट्टी बांधी है। मुख्यमंत्री गरीबों के हित के लिए विभिन्न योजनाएं लागु कर रहें हैं परन्तु बैतूल में अधिकारी द्वारा शासन के आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है। अधिकारी बेतुकी बाते करते हैं, चिड़चिड़ाते हैं, डांटते हैं। श्री चौहान ने बताया कि कलेक्टर बैतूल कहते हैं कि मैं भी कुर्ता पैजामा पहन लू तो इससे ज्यादा भीड़ जमा कर सकता हूं। इस तरह के व्यवहार से सभी लोग हैरान-परेशान हैं। उन्होने बताया कि अगर चार दिन में पट्टे की मांगों का निराकरण नहीं किया गया तो अटल सेना हड़ताल के लिए बाध्य होगी। रैली एवं ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से प्रभु पवांर, राधेश्याम विश्वकर्मा, चैतराम पाटील, लतीफ सिद्दिकी, कल्लु पंवार, बंटी धुर्वे, संतोष साहू, विजय चौकीकर, रामदास पाटील,सुरेश राठौर, संजु रायपुरे, अजय दुबे,देवीचरण वर्मा, अजय नागले, विजय नागले, रानी पंवार, सरला इवने, छाया प्रजापति, दुर्गा साहू, सरिता विश्वकर्मा, सीमा विश्वकर्ता, सुनिता रावत, सुनिता मतलाने, पूनम सोलंकि, शेख शबनम, शेख फरजाना, कमला बाई, आम्रपाली बाई, संगीता रैकवार, संगीता वरवड़े, हीरा पवांर, माया पवांर, सरस्वती साहू, पुष्पा बाई, राजकुमारी उपस्थित थे।
क्या था ज्ञापन में
बैतूल जिला मुख्यालय पर आवासीय पट्टा देने का सर्वे किया गया है जिसमें कई पात्र लोगों को छोड़ दिया गया है। जिनकी जांच कर इनका नाम जोड़ा जाए।,राजपत्र में स्थाई व अस्थाई पट्टा देने के निर्देर्श है किन्तु नदी नालों के किनारे रहने वालों को इस सर्वे से दूर रखा है जबकि इन्हे अस्थाई पट्टे दिया जा सकता है। इसी तरह कुछ वार्डो में रहने वाले को इसलिए भूमि का पट्टा नहीं दिया जा रहा है कि वह स्थान छोटे झाड़ का जंगल है जबकि मद परिवर्तन कर इन गरीबों को पट्टा दिया जा सकता है।,अनेक गरीब लोगों को एक वर्ष का अस्थाई पट्टा दिया गया है जिसे 30 वर्ष तक का समय हो चुका है। कृपया इन्हे नियमानुसार स्थाई पट्टा दिया जाए।,लगातार दो माह हुई भीषण वर्षा के दौरान हुई गरीबों के मकान बह गए है या फिर गिर गए है। जिन्हे मुआवजा उचित रूप से नहीं दिया जा रहा है। किसी को 1000 रूपये तो किसी को 2000 रूपये दिया जा रहा है। जबकि उन्हे 50 से 75 हजार रूपयों की जरूरत है, जिनसे उनका मरम्मत का काम हो सकता है,दिनांक 13 अगस्त 2013 को उपरोक्त बिन्दुओं को लेकर पीडि़त गरीब लोगों के लिखित आवेदन एसडीएम श्री रिछारिया बैतूल को दिए गए थे जिस पर आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।,मुख्यमंत्री आप गरीबों की उन्नति और विकास के लिए रात दिन कार्य कर रहें हैं परन्तु यहां अधिकारियों के निठ्ल्लेपन के गरीबों के काम लटके हुए हैं। छोटे-छोटे कामों मेंमहीनों लग जाते है, कृपया इस संबंध में उचित समय सीमा तय करें एवं भ्रष्ट निकम्मे अधिकारी एवं कर्मचारियों को दंडित करने का कष्ट करें।