बैतूल। श्री कृष्ण वृक्ष का मूल धर्म है, धर्म डोरी में भगवान बंधे है, इस वृक्ष के तने वेद है पुराण शाखाएं है और ज्ञान,तप, यज्ञ इसके पुष्प है। जो भक्त इस वृक्ष की छांव में रहता है उसे मोक्ष रूपी फल प्राप्त होता है। इसलिए ओम का स्मरण करते हुए मन का निरोध कर श्वास को जीते, बुद्धि को अपने मन रूपी रथ का सारथी बनाये और जमाने के नहीं धर्म के साथ चले जो भागवत तीर्थमय पवित्र सरोवर में स्नान करता है वह मोक्ष पाता है। उक्त उद्गार ग्रीन सिटी फिल्टर प्लांट के पास विवेकानंद वार्ड में 6 अक्टुबर रविवार से 13 अक्टुबर रविवार तक चलने वाली श्री मद भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के दौरान पंडित सुखदेव शर्मा ने व्यक्त किये। श्री शर्मा ने कहा कि कई लोग शरीर को सुखाने वाले उपवास कड़े नियम जैसे मौन व्रत, चप्पल नहीं पहनते, दोनो समय केवल 1-1 लोंग, आदि आदि नियम करते है और मोक्ष चाहते है, वो नहीं जानते कि मोक्ष का कारण केवल ज्ञान है। जिस प्रकार सर्प की बांबी को ताडऩा से सर्प नहीं मरता वैसे ही शरीर को प्रताडि़त करके पाप, लोभ, काम नहीं मरता, इसके लिए केवल ज्ञान, सेवा भाव की आवश्यकता है।
कथा में सहयोगी पंडित दिनशे शर्मा व संगीत में मुकेश साहू, दिनेश नागले आदि भागवत टीम है । आयोजक यशोदा तिवारी ने इस पुनीत धार्मिक अनुष्ठान में सभी से सहपरिवार पधारकर पुण्य लाभ अर्जित करने का आग्रह किया है।