सत्कर्म भविष्य की आधारशीला:पंडित सुखदवे शर्मा
बैतूल। मनुष्य जन्म अनेक शुभ कार्यो का परिणाम है यह जन्म तभी सार्थक होता है जब इसका उपयोग पुण्य की पूंजी बनाने के लिए किया जाए, ज्ञानी इस अवसर का लाभ उठाते है और मुर्ख उसे गवांकर अंत में रोते पछताते हैं। सफलता प्रयास की पत्नि है, सफलता प्रयास को गले लगाती और प्रमाद को दूर भगाती है, चलने पर रीझती है, बैठने पर खीजती है, यही उसका परिचय उसका स्वभाव है। उक्त उद्गार ग्रीन सिटी फिल्टर प्लांट के पास विवेकानंद वार्ड में 6 अक्टुबर रविवार से 13 अक्टुबर रविवार तक चलने वाली श्री मद भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के दौरान पंडित सुखदेव शर्मा ने व्यक्त किये। श्री शर्मा ने कहा कि व्यर्थ की चिंन्ताएं पाल कर मानसिक तनाव बढाना बुद्धिमानी नहीं है, इससे कार्यशक्ति रूक जाती है। भूतकाल भूलो मत, वर्तमान देखो और सत्कर्मो को ही भविष्य की आधारशीला मानों। कथा में सहयोगी पंडित दिनशे शर्मा व संगीत में मुकेश साहू, दिनेश नागले आदि भागवत टीम है । आयोजक यशोदा तिवारी ने इस पुनीत धार्मिक अनुष्ठान में सभी से सहपरिवार पधारकर पुण्य लाभ अर्जित करने का आग्रह किया है।