बैतूल। जनहित समिति बैतूल द्वारा नागपुर रेल मंडल डीआरएम ब्रजेश दीक्षित को बैतूल प्रवास के दौरान उर्जा बचत हेतु उन्हे मिले राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए उनका स्वागत किया गया एवं ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में उल्लेख है कि बैतूल रेल सुविधाओं को लेेकर बैतूल रेल्वे स्टेशन सदैव उपेक्षा का शिकार होते रहा है। बैतूल रेल्वे स्टेशन पर कई महत्पूर्ण ट्रेनों के स्टापेज नहीं दिये गये है, कई ऐसी ट्रेने भी है जो नागपुर से इटारसी के बीच नॉन स्टॉप चलती है। जिनका बीच के स्टेशनों पर कोई स्टॉपेज नहीं है जबकि यहां यात्रियों का अतिरिक्त भार तो है ही साथ ही आय की दृष्टि से भी लगभग 6 करोड़ रूपये की मासिक आय हो रही है। बैतूल रेल्वे स्टेशन पर सुबह 6:30 बजे से दोपहर 12:30 तक इटारसी की तरफ जाने के लिए कोई गाड़ी नहीं है वहीं भोपाल से सुबह 9:30 बजे के बाद शाम 5:00 बजे तक बैतूल एवं नागपुर जाने के लिए कोई यात्री गाड़ी नहीं है। समिति ने ज्ञापन के माध्यम से ध्यानाकर्षण कराया है कि चेन्नई से गया, यशवंतपुर से लखनउ, चैन्नई से देहरादून, रामेश्वरम से बनारस, यशवंतपुर से गोरखपुर, कन्याकुमारी से जम्मुतवी, चैन्नई से जम्मुतवी, चैन्नई से जम्मुतवी, पूणा से पटना, बीकानेर से बिलासपुर, जोधपुर से बिलासपुर मात्र 6 टे्रने ऐसी है जो सुपर फास्ट की श्रेणी में में आती है जबकि 14 टे्रने सुपर फास्ट ट्रेनों की श्रेणी में नहीं हैं। उक्त टे्रनों के अलावा हजरत निजामुद्दीन से विशाखापटनम जाने वाली टे्रन व लौटने वाली का आफिसियल स्टापेज बैतूल में नही है। समिति द्वारा ऐसी ही अन्य टे्रनों के संबंध में डीआरएम से निवेदन किया है। ज्ञापना देने वालों में समिति के बृज किशोर पांडे, गिरीश गर्ग, डॉ एनआर पाढ़ी, इरशाद हिंदुस्तानी,अकील अहमद, रिशु नायडु, अवध हजारे, सादिक खान, सोहन पाल, सुरजीत सिंह अहलुवालिया, अनुराग मोदी आदि उपस्थित थे।
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जिला अभिभाषक संघ ने भी सौंपा ज्ञापन
बैतूल। बैतूल द्वारा नागपुर रेल मंडल डीआर ब्रजेश दीक्षित को टे्रनों के स्टापेज के संबंध में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में श्री दीक्षित ने निवेदन किया गया है कि बैतूल से 10 ऐसी टे्रने है जो बैतूल से गुजरती है लेकिन इनके यहंा स्टापेज नहीं है इन टे्रनों में से कुछ तो सुपरफास्ट भी नहीं है। उक्त टे्रनों को यदि बैतूल में स्टापेज दिये जाते है तो बैतूल के नागरिकों को आवगमन में सुविधांए होगी साथ ही रेल्वे की आय में भी वृद्धि होगी।