बैतूल। ईश्वर भक्त के लिए तीन प्रकार का अनुभव है अंदाज, अनुभूति एवं अनुभव। जब जीव के लिए ईश्वर अंदाज है तब ईश्वर अनुभव की सामान्य स्थिति है। जब ईश्वर जीव है के लिए अनुभूति बन जाय मध्यम स्थिति है जब ईश्वर जीव के लिए अनुभव बन जाए ये उत्तम स्थिति है,अनुभव गम्य भजहि जेहि सन्ता। उक्त उद्गार माता मंदिर पेट्रोल पंप बैतूल गंज में चल रही 7 दिवसीय भागवत कथा के पांचवे दिन रविवार को बाललीला, माखन चोरी, श्री गोवर्धन पूजा पर कथा वाचक पंडित संदीप उपाध्याय ने रास, महारास, कंस वध, रूखमणी विवाह कथा वृतांत के दौरान सुनाया। आज मंगलवार को कथा के सातवें एवं आखिरी दिन सुदामा चरित्र, परिक्षीत मोक्ष व भागवती विराम पर कथा होगी। समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने सभी से कथा में उपस्थित हो कर आज महाप्रसादी ग्रहण करने का आग्रह किया है।