मनरेगा अधिकारी एवं कर्मचारी संगठन-मध्यप्रदेश के अनिश्चितकालीन असहयोग आंदोलन दूसरे दिन भी जारी रहा
बैतूल। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिकारी एवं कर्मचारियों की अनिश्चतकालीन हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। आज दूसरे दिवस पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की दो योजनाओं समग्र स्वच्छता अभिया एवं मध्यान्ह भोजन योजना के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने भी इस हड़ताल को समर्थन दे दिया है। तथा वे भी इस आंदोलन में शामिल हो गये है। इससे जिला एवं जनपद स्तर पर मनरेगा के साथ-साथ अन्य योजनाओं का काम भी ठप्प पड़ गया है। इस कारण जनपद एवं जिला कार्यालय कर्मचारियों / अधिकारियों से खाली नजर आये। आज दूसरे दिन मुलताई जनपद के कर्मचारियों / अधिकारियों इस आंदोलन में शामिल हुए है। मनरेगा कर्मचारियों / अधिकारियों के जिला अध्यक्ष विनय डोंगरे ने बताया कि समस्त संविदा संघो ने इस आन्दोलन को सहमति दी है।
उन्होने बताया कि 19 नवम्बर को भोपाल में आयोजित असहयोग आंदोलन में प्रदेश भर से आये संविदा कर्मचारियों / अधिकारियों ने अपनी पीढा सुनाई। उन्होने बताया कि मनरेगा कर्मचारियों / अधिकारियों के साथ जिला एवं जनपद स्तर पर सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। संविदा कर्मचारियों को जिले एवं जनपद के अन्य अधिकारी द्वारा मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जाता है। तथा बार-बार संविदा सेवाए समाप्त करने की धमकी दी जाती है। मनरेगा कर्मचारियों / अधिकारियों का नवीन अनुबंध नहीं किया जा रहा है तथा सी आर खराब कर संविदा सेवा समाप्त करने की धमकी दी जाती है। संविदा कर्मचारियों को शासकीय के अनुरूप समय समय पर जारी मंहगाई भत्ता भी नहीं दिया जा रहा है। जिला एवं जनपद स्तर पर कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है। जहां नियमित महिला कर्मचारियों को 6 माह के प्रसूति अवकाश की पात्रता है। वही सङ्क्षवदा महिला कर्मचारी को केवल 3 माह की प्रसूति अवकाश की पात्रता है जो कि भेदभाव पूर्ण रवैया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बालिकाओं के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना चलाई जा रही है वहीं लाड़ली लक्ष्मी के मां-बाप के साथ इस प्रकार के व्यवहार किया जा रहा है। जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। इन सभी कारणों से संविदा कर्मचारियों / अधिकारियों नियमतिकरण एवं वेतनवृद्धि हेतु असहयोग आन्दोलन करने के लिए मजबूर हुए। जब तक सरकार संविदा कर्मचारियों / अधिकारियों की समस्त मांग नहीं मानती है तब तक यह असहयोग आन्दोलन जारी रहेगा।