प्रिय भ्रष्टाचारी साथियों,
नमस्कार आशा है, कि कुशल होगे, आप की कुशलता के लिये ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। अग्र समाचार यह है, कि आज अपना देश विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है, प्रत्येक क्षेत्र में हम मंदी के दौर से गुजर रहे है, चाहे आर्थिक क्षेत्र हो, विकास का क्षेत्र हो, खेलकूद हो, या अन्य कोई क्षेत्र, चारों ओर मंदी ही मंदी दृष्टिगोचर होती है। साथियों आज देश में अगर विकास की संभावनायें दिखाई देती है, तो वो है, भ्रष्टाचार का क्षेत्र, निश्चित ही इस क्षेत्र में विकास की अपार संभावनायें है, और फिर आप लोग जिस दु्रतगति से इस क्षेत्र में कार्य कर रहे है, उससे ऐसा प्रतीत होता है, कि हमारा देश भ्रष्टाचार के क्षेत्र में विश्व रिकार्ड अवश्य ही बनायेगा। साथियों ये अत्यंत ही दुख की बात है, कि हम सारी गतिविधियों जैसे विकास का क्षेत्र हो, आर्थिक क्षेत्र हो या खेलकूद का क्षेत्र हो, विश्व में पिछड़ते जा रहे है, किन्तु स्थिति तब और दुखदायी हो जाती है, जब हम भ्रष्टाचार जैसे मामले में भी विश्व में पिछड़ते जा रहे है, और विश्व में हो रहे सर्वे रिर्पोटों के अनुसार हम लगातार निचले क्रम से उपर नही आ पा रहे है। साथियों मुझे ऐसा प्रतीत होता है, कि जिस गंभीरता से आप लोग भ्रष्टाचार में कीर्तिमान स्थापित किये जा रहे हो, इन कीर्तिमानों को जानबूझकर नजरअंदाज किया जा रहा है। मुझे तो ऐसा प्रतीत होता है, कि दूसरे देश इन कीर्तिमानों से जलते है, और जानबूझकर हमे भ्रष्टाचार की श्रेणी में उपर नही जाने देना चाहते। साथियों आप लोग इन बातों पर ध्यान ना देवे, पूर्ण ईमानदारी से भ्रष्टाचार करने में लगे रहे, ताकि विश्व भ्रष्टाचार सर्वे रिपोर्ट में हमे निचले क्रम से उपर जाने में कोई ताकत रोक ना सके, साथियों समाचार पत्रों के माध्यम से भ्रष्टाचार के जो प्रयास सामने आ रहे है, अपर्याप्त लगते है। आप सभी भ्रष्टाचारी साथियों को बेखौफ होकर भ्रष्टाचार करने में भिडऩा पडेंगा, तब ही हमारा देश भ्रष्टाचार में प्रथम स्थान प्राप्त कर पायेगा। साथियों कम से कम हम भ्रष्टाचार में तो प्रथम स्थान पर पहुंचे, साथियों मै इस पत्र के माध्यम से आपसे करबध्द निवेदन करता हूँ, कि आप सभी साथीगण नैतिकता, ईमानदारी एवं कानून को दरकिनार करते हुये संपूर्ण ताकत लगा दे, भ्रष्टाचार करने में आप जिस क्षेत्र में कार्यरत् है, उस क्षेत्र में भ्रष्टाचार करने का कोई अवसर ना गवाये, और निडऱ होकर भ्रष्टाचार करने में जुट जावे, क्योकि वर्तमान में जो भी देशवासी ये भावना अपने अंदर रखता है, कि भ्रष्टाचार के क्रम में हमारा देश भी उपर स्थान प्राप्त करें, पूरी तरह प्रयासरत् है, चाहे वो जिस क्षेत्र में है, अथवा जिस पद पर काबिज है। भ्रष्टाचारी साथियों मै सरकार से एवं देशवासियों से अपील करूंगा, कि आपके द्वारा किये जा रहे नित्य भ्रष्टाचारी कारनामों के लिये आप सभी को प्रोत्साहित किया जाये, एवं महाभ्रष्टश्री एवं भ्रष्टारत्न जैसे पदक भी दिये जाये। मै जानता हूँ, कि यदि आपको उचित सम्मान नही मिला तो आपका मनोबल टूट जायेगा, किन्तु साथियों मुझे आप पर पूर्ण विश्वास है, कि आप किसी भी पदक की चिंता किये बिना भ्रष्टाचार करने में प्रयासरत् रहेगे, साथियों पत्र के अंत में पुन: दोहरा दूं, कि मुझे आप पर पूर्ण विश्वास है, कि आप नि:स्वार्थ भावना से भारत देश को भ्रष्टाचार में प्रथम स्थान पर पहुचायेगे, इसी आशा और विश्वास के साथ।
धन्यवाद
आपका भ्रष्टाचारी मित्र
कदीर कुरैशी