संघर्ष के बिना जीवन में आनंद प्राप्त नहीं होता :मेहता
विद्यार्थी अपनी दिशा स्वयं निर्धारित करें:आभा वर्मा
बैतूल । जेएच कॉलेज के रसायन शास्त्र के द्वितीय सेम के छात्रों ने चतुर्थ सैम के छात्र छात्राओं को भावभीनी विदाई दी। कार्यक्रम में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुभाष लव्हाले ने कहा कि रसायन शास्त्र विभाग का पूर्व रिकार्ड अत्यंत सराहनीय रहा है। यह कॉलेज का सर्वाधिक प्रतिभा संपन्न विभाग रहा है। यहां शोध की परंपरा सदैव रही है। उच्च शिक्षा आयुक्त डॉ व्हीएस निरंजन के निर्देशों के अनुसार जेएय कॉलेज में शोध को प्रोत्साहन देने वाली देश की शीर्षस्थ संस्थाओं के माध्यम से प्रोजेक्ट बनाकर 12 से 15 लाख रूपये की राशि प्राप्त कर विज्ञान, वाणिज्य एवं मानविकी संकाय की मेघा रिसर्च संगोष्ठी का आयोजन जेएच महाविद्यालय में किया जाएगा। डॉ प्रमोद मिश्रा ने अलविदा शब्द के अर्थ को स्पष्ट किया। डॉ महेश मेहता ने छात्र छात्रा अपने आप उर्जावान बनाएं, संघर्ष के बिना जीवन में आनंद प्राप्त नहीं होता है। डॉ सुखदेव डोंगरे ने कहा कि विनम्र और मेहनती व्यक्ति को ही जीवन में सफलता मिलती है। प्रो अशोक कदवाने ने छात्र छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। डॉ जीपी साहू ने विदाई समारोह को भारतीय संस्कृति की उत्सव प्रियता की पंरपरा के अनुकूल बताया। विभागाध्यक्ष डॉ आभा वर्मा ने कहा कि वैज्ञानिक तरीके से सोच कर छात्र आगे बढ़े, अपनी दिशा स्वयं निर्धारित करें। डॉ हेमंत वर्मा ने छात्र छात्राओं को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ रमाकांत जोशी ने कहा कि रस और रसायन का सहयोग लेकर जीवन में आगे बढ़े। इसके अलावा प्रो ओपी खत्री एवं कम्प्यूटर विभाग के संतोष पाटील ने छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन आयुषी मिश्रा ने आभार मनोज घोरसे ने व्यक्त किया। विभाग के कर्मचारी मंगलसिंह धुर्वे, रामगोपाल गावंडे, अमित सातनकर, राजेश झाड़े सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।