बैतूल। दिनांक 22 नवम्बर दिन गुरूवार को जेएच कालेज में राष्ट्रीय गणित वर्ष 2012 के अंतर्गत भारतीय गणित का इतिहास विषय पर संगोष्टी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया गया। कार्यक्रम में प्रो सलूजा द्वारा महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास, रामानुजन के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां एवं समकालिन गणितज्ञों की दृष्टि में रामाजुन के कार्यो के महत्व के रेखांकित किया गया।
डा आरडी डहरिया द्वारा गणित अंको के विकास को रोचक ढंग से बताया। डॉ खासदेव द्वारा गणित का स्वरूप एवं सामाजिक सरोकार पर अपने विचार व्यक्त किये। संगोष्टी के बीच छात्रों के पूछे प्रश्रों को प्राध्यापकों द्वारा बड़े ही रोचक ढंग से समाधान किया। डॉ सुभाष लव्हाले प्राचार्य द्वारा अध्यक्षीय उद्बोधन में गणित की प्रकृति एवं सामाजिक वैज्ञानिक तकनिकी विकास हेतु गणितीय ज्ञान के उपयोग पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रो राकेश तिवारी, आरजी वर्मा, के आर मगरदे, एसबी हसन, श्री दाबाड़े, श्री मालवीय, सलिल दुबे, जीपी साहू, अल्का पांडे, श्री कदवाने, हेमंत वर्मा, श्री वागदे्र, एएस सलूजा, धर्मेन्द्र कुमार, श्री निरापुरे, सुरेश चौकीकर, श्री पवांर, सुखदेव डोंगरे, श्रीमति सुप्रिया लेले, विजेता चौबे, पीके मिश्रा, श्री मेहता आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आरडी डेहरिया द्वारा किया गया।