बैतूल। अटल सेना संयोजक एवं भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक राजेन्द्र सिंह चौहान केन्डु बाबा ने एक पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को अवगत कराया है कि समग्र चलते आज 4 माह से गरीबों को राशन के लाले पड़े हुए हैं। गरीबी रेखा का कार्ड है पर राशन नहीं मिल रहा है क्योंकि कूपन प्राप्त ही नहीं हुआ है किसी की आईडी नहीं बनी। प्रक्रिया को सरल करने की जगह इतना जटिल बना दिया है कि गरीब दाने-दाने को मोहताज है। गरीब अब परिवार आईडी बनाने के लिए शपथ पत्र मांगा जा रहा है। आसंमा से गिरे खजूर में अटके। क्या खाद्य विभाग कूपन बनने के बाद रूका हुआ राशन भी हितग्राही को देना होगा। बने हुए कूपन क्यो नहीं दिये जा रहें है? दूसरी तरफ गरीब पेंशन नहीं मिलने से आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है। विगत 3-4 माह से गरीब विकलांग विधवा वृद्धों को पेंशन नहीं मिल पा रही है। नगर पालिका द्वारा जानकारी मिली की अब पेंशन हितग्राहीयों को नेशनल बैंक में खाता खुलवाना होगा। 5-6 हजार पेंशन खाते सहकारी बैंक में है। 6000 खाते शहर की लगभग 15 से 20 नेशनलाईज बैंकों में स्थांतरित होंगें तो इन बैंकों के खातेदारों को तो मुश्किल आएगी ही साथ ही विकलांग पेंशनधारी वृद्ध जो अधिकतर अनपढ है कैसे बड़ी बैंक की औपचारिकताओं की खानापूर्ति करेंगे, क्योंकि उसके पास तो खाने को न तो राशन है न खाता खोलने की समझ। योजना के तहत 500 पेंशन मिलती थी परन्तु जिनके खाते नेशनल बैंक में थे उनको इस माह से 500 से घटकर 300 मिले यह विडम्बना है। मंहगाई की मार झेल रहा गरीब खाने दाने को मोहताज हो गया है। श्री चौहान ने कलेक्टर से मांग की है कि हर बैंक शिविर लगाकर जीरो बैलेंस पर गरीबों के खाते खोले एवं उनकों सहयोग करें। उन्होने नगरपालिका अधिकारी से निवेदन किया है कि वार्ड स्तर पर अपने कर्मचारी द्वारा बैंक के खाते खुलवाने में वृद्धों विकलांगों को मदद करे एवं बैंक कर्मचारी से निवेदन किया है कि खाते खुलवाने में गरीबों की मदद करें क्योंकि मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।
जुलेखा शेख, मोहम्मद रज्जाक पुष्पा यादव जैसे कई लोग विकलांग, परित्याकता एवं वृद्ध पेंशन के लिए भटक रहें हैं।