यदि हम इतिहास की चिंता न करें तो आने वाली पीढिय़ा हमें कोसेगी : गुगनानी
बैतूल । सरस्वती विद्या मंदिर कालापाठा बैतूल में विद्यालय प्रारंभ होने के पूर्व आचार्य अभ्यास वर्ग का आयोजन प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 24 जून से 27 जून तक किया जा रहा है। इसके उद्घाटन सत्र में अध्यक्ष बालाराम साहू, अतिथि चंदुमल थारवानी, वर्ग संयोजक कुमुद पवांर, मुख्य अतिथि वक्ता प्रवीण गुगनानी, विद्यालय प्राचार्य श्रीमति शीला वराठे, प्रधानाचार्य श्रीमति सुरेखा ठाकुर उपस्थित थी। इस वर्ग में पांच सत्रों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रवीण गुगनानी ने कहा कि अभ्यास वर्ग ज्ञान ग्रहण कर जीवन भर लेकर चलने की क्रिया व प्रतिपल सीखने की कला है। विद्याभारती की नीतियों पर विदेशी संस्थाएं कार्य कर रही हैं। अत: हम गर्व से कह सकते है कि हम परंपरावादी हैं। उन्होने बताया कि आज यदि हम इतिहास की चिंता न करें तो आने वाली पीढिय़ा हमें कोसेगी। द्वितीय सत्र में पुरूषोत्तम यादव ने अंग्रेजी संभाषण हेतु छोटे-छोटे सरल वाक्यों का उपयोग करना बताया व सिखाया। तृतीय सत्र में सरस्वती विद्या मंदिर से आधारित योजनाओं के विषय में समझाया गया। चतुर्थ सत्र में विद्यालय में किस तरह पाठयोजना बनाकर शिक्षण कराना चाहिए इस पर चर्चा की गई एवं अंत में शारीरिक, योग एवं व्यायाम कराकर उन्हें विद्यार्थीयों को योग व व्यायाम के द्वारा मन व तन को स्वस्थ्य रखकर पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जा सकता है।