बैतूल । हिन्दी पखवाड़े के दौरान स्थानीय केन्द्रीय विद्यालय बैतूल में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में सहभागिता की। समापन समारोह केन्द्रीय विद्यालय परिसर वीएमसी के एमीनेंट पर्सन एवं वरिष्ठ चित्रकार नूरूल लतीफ कुरैशी के मुख्य आतिथ्य, योगाचार्य रोशनलाल मोखेड़े के विशिष्ठ आतिथ्य, केवी बैतूल के प्राचार्य रामकरण मीना की अध्यक्षता व श्रीमती सुनिता कड़वे के कुशल मंच संचालन में संपन्न हुआ। मां शारदा की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं माल्यापर्ण तथा बच्चों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का आगाज किया गया। अतिथियों ने हिन्दी के महत्व एवं उपादेयता पर जोर दिया। श्री कुरैशी ने अपने उदबोधन में कहा कि समृद्ध हिन्दी भाषा ही हमारा गौरव एवं पहचान है। इसके महत्व को समझना होगा। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। पखवाड़े के दौरान संचालित की गई अनेकों प्रतियोगिताओं में सहभागी बच्चों को अतिथियों द्वारा पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र प्रदान किये गये। कार्यक्रम को सफल बनाने में राजभाषा प्रभारी पूरनलाल सुरजाये, श्रीमती अर्पिता हजारे, इमोर्लिन निरीयस, श्रीमती शाहनूर जावेद,सुश्री समरीन, श्रीमती ज्योति परमार, सूधीर सोनी, श्रीमती डेनियल का सराहनीय योगदान रहा। आभार श्रीमती सुरखे सरले द्वारा व्यक्त किया गया।
इन्हें मिले पुरस्कार
शिक्षक वर्ग में कविता पाठ में प्रथम सूधीर सोनी, तात्कालिक भाषण में प्रथम सुनीता कड़वे रही। छात्र वर्ग में कविता पाठ उपकनिष्ठ वर्ग में प्रथम हर्ष बरड़े कक्षा, कनिष्ठ वर्ग में प्रथम रचना सुरजाये, उपवरिष्ठ वर्ग में प्रथम अपूर्व खंडाईत, वरिष्ठ वर्ग में प्रथम साक्षी हुद्दार,तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता में कनिष्ठ वर्ग में प्रथम अर्पिता पड़लक, उपकनिष्ठ वर्ग में प्रथम सृजन शर्मा, वरिष्ठ वर्ग में प्रथम अंजनि मिश्रा, निबंध प्रतियोगिता में कनिष्ठ वर्ग में प्रथम पूजा बोरले, कनिष्ठ वर्ग में प्रथम आरती कुमरे, सुलेख प्रतियोगिता में उपकनिष्ठ वर्ग में प्रथम हर्ष बरडे, कनिष्ठ वर्ग में प्रथम अनुभूमि पोहेकर, उपकनिष्ठ वर्ग में प्रथम जितेश सिरसाम, वरिष्ठ वर्ग में प्रथम जितेश सिरसाम, वरिष्ठा वर्ग में प्रथम फाल्गुनी चौहान, पोस्टर मेकिंग में उपकनिष्ठ वर्ग में प्रथम कुणाल सतीजा, कनिष्ठ वर्ग में प्रथम कवड़े, वरिष्ठ वर्ग में प्रथम शैल वर्मा, नारा लेखन में कनिष्ठ वर्ग में प्रथम शिवानी उमरेडकर रहे।