बैतूल पहुंची डाक्टर्स की टीम, आज से शुरू होगा स्वास्थ्य यज्ञ , बालाजी स्वास्थ्य मेले का शुभारंभ आज सुबह
गुरूनानक जयंती पर होगा शबद-कीर्तन
बैतूल। बैतूल का बालाजीपुरम मंदिर शायद देश का ऐसा इकलौता मंदिर होगा जो एक सप्ताह के लिए अस्पताल में बदल जाता है। यहां इस सप्ताह भगवान की सेवा के साथ उन दीन-हीन मरीजों की सेवा भी की जाती है जो सालों से अपनी बीमारियों से परेशान हैं। आज एक बार फिर देश का पाँचवा धाम श्री रूकमणि बालाजी मंदिर बालाजीपुरम सौ बिस्तरों वाला आधुनिक अस्पताल बनकर तैयार है। हालांकि स्वास्थ्य मेला कल मंगलवार से शुरू होने जा रहा है लेकिन आज सोमवार से ही यहां मरीजों की भीड़ उमडऩा शुरू हो गई है।
गौरतलब है कि बालाजी सेवा समिति बालाजीपुरम, करूणा प्रेम संस्था नई दिल्ली और यूएन फांउडेशन के तत्वावधान में बीते सात सालों से प्रतिवर्ष स्वास्थ्य मेले का आयोजन विशाल स्तर पर किया जाता है। इसमें स्थानीय स्वंयसेवी संस्थाओं के अलावा जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, वन विभाग आदि भी मेले को सफल बनाने का प्रयास करते हैं।
कल मंगलवार के गुरूनानक जयंती के अवसर पर इस स्वास्थ्य मेले का शुभांरभ होगा। इस अवसर पर मंदिर परिसर में ही सुबह 10 बजे से ही अरदास,शबद और कीर्तन का इंतजाम किया गया है।
देश-विदेश के डाक्टर्स पहुंचे: बालाजी स्वास्थ्य मेले के लिए नई दिल्ली, पटना, मुंबई, अहमदबाद के अलावा विदेशों से भी डाक्टर्स बैतूल आ चुके हैं। इन डाक्टर्स का स्वागत करने आज गाजे-बाजे के साथ लोग बैतूल रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। इसके बाद बालाजीपुरम में भी समिति के लोगों ने गुलदस्ता भेंट कर सभी का अभिनंदन किया।
सौ बेड का अस्पताल: बालाजीपुरम परिसर में लोगों का जहां ओपीडी में इलाज कर उन्हें निशुल्· दवाएं दी जाएंगी। वहीं से किसी तरह कि सर्जरी भी निशुल्क कर मरीज को वहीं भर्ती किया जाएगा। मरीज के लिए आवास,भोजन और आवागमन कि निशुल्क व्यवस्था भी समिति के द्वारा कि गई है। स्वंयसेव· पूरे समय मरीजों कि हर तरह कि देखभाल के लिए मौजूद रहेंगे।
हर तरह का इलाज: बालाजीपुरम में हर तरह के रोगों का इलाज किया जाएगा। इसमें हडडी रोग, प्लास्टि· सर्जरी, आंख-नाक -कान-गला रोग,स्त्री रोग,चर्म रोग, दंत रोग आदि शामिल हैं। इसके लिए सभी आवश्यक उपकरण यहां लग चुके हैं। इसके साथ ही एक्सरे,ईसीजी, अल्ट्रासांउड,ब्ल्ड टेस्ट, यूरिन जांच के अलावा डेंगू रोग कि जांच के लिए भी स्पेशल मशीन लगाई गइ्र्र है।