बैतूल. ग्राम भडूस में चल रही सात दिवसीय भागवत कथा का समापन रविवार को किया गया। कथा के अंतिम जनसैलाब उमड़ पड़ा। कथा के अंतिम दिन कथा वाचक पंडित प्रभूजी नागर ने कहा कि भगवान विष्णु के सभी अवतारों में श्रीकृष्ण का अवतार संम्पूर्ण माना जाता है। भगवान श्री कृष्ण बिना श्रृंगार सिर्फ काली कमली डाले हुए मन मोहक लगते हैं। उनमें सारी कला, सारे गुण है। इसलिए नारायण के समस्त अवतारों में श्रीकृष्ण अवतार को पूर्ण माना है। संसार के सारे कार्य जैसे मंत्री्र नौकर, राजा प्रजा, बालक भगवान मनुष्य सभी का अवतार श्रीकृष्ण में समायोजित है।
इसलिए मनुष्य को श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन रहना चाहिए जिस प्रकार समुद्र का कभी अंत नहीं होता उसी प्रकार भगवान समुद्र के जैसे ही है जिनके पास दया का सागर है जो अपने सभी भक्त पर कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान भक्ति करने वाले भक्त के गुणों को देखता है। जिस प्रकार मनुष्य एक कुत्ते में भी कई गुण देखता है उसी प्रकार भगवान भी अपने भक्त में सदगुणों की संख्या को परखता है।
इसलिए मनुष्य को सदगुण एकत्रित करते रहना चाहिए और इनका संग्रहण करने के लिए समय व्यर्थ न गवांकर समय का सद उपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संसाद में जो भी चीज है उनका एक न एक दिन नाश होना तय है। इसलिए मनुष्य को इस संसार की मोह माया को त्याग कर दया के सागर प्रभू के चरणों में अपने आप को समर्पित करना चािहए और प्रभू की भक्ति में लीन रहना चाहिए।
हर मनुष्य करें गौदान
उन्होंने कथा का वाचन करते कहा कि हर मनुष्य को गौदान करना चाहिए। उन्होंने जनता को सातों दिन भगवत कथा सुनने आने के लिए प्रणाम भी किया उनहोंने कहा कि भागवत कथा सुनने के लिए नहीं है बल्कि उसका अनुशरण अपने जीवन में करें। आयेाजन को सफल बनाने में समिति के सदस्यों का योगदान सराहनीय रहा।