इसे टोटका कहें, हव्वा या पैव्वा पाकिस्तान हारा अपनी काबलियत से ज्यादा मनो दबाव के कारण है। अटल जी ने अपनी एक कविता में उल्लेख किया है कि छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता। यह शोध है कि सांप के काटन से ज्यादा उसकी दहशत से लोग मरे हैं। पाकिस्तान तो रस्सी को ही सांप समझने की भूल कर गया। विश्व कप में अभी तक भारत और पाकिस्तान के मैच अंत तक रोमांचक रहते थे यह पहली बार हुआ है कि भारत ने पाकिस्तान को एक तरफा शिकस्त दी। मैच के दौरान ऐसा लगा की पाकिस्तान की टीम टॉस हारते ही मानो मैच हार गई हो, पूरे मैच में पाकिस्तान कहीं भी मुकाबले में नहीं दिखी। पाकिस्तान के अनुभवी खिलाड़ी आफरीदी, यूनूस और मिसबाह की बॉडी लेंगवेज मेंअनुभव ना ही नवोदित खिलाडिय़ों में उत्साह। अभी तक के विश्व कप मैच से यह मैच जुदा था क्योंकि टशन नहीं देखने को मिली। इसके एक बहुत बड़ा कारण पाकिस्तान में उनके आंतरिक हालत हैं, जिसके कारण क्रिकेट के प्रति मांईड सेट बिगड़ गया है। पाकिस्तान में मैच नहीं होने के कारण वे कम अंतर्राष्टीय मैच खेल पा रहें हैं। पाकिस्तान से ज्यादा प्रतिरोध दूसरे मैच में देखने को मिला जब जिम्बावे ने दक्षिण अफ्रिका की टीम के विरूद्ध स्टेल और मारकल जैसे गेंदबाजों की पिटाई करते हुए 275 रन बनाये। इतिहास में कई दफा जिम्बावे जैसी अंडर डाग टीमें कभी भी मैच का रूख बदलती रहीं हैं। भारत के लिए रैना और विराट का रन करना, फिरकी गेंदबाजों का नियंत्रण आगामी मैचों के लिए एक अच्छा संकेत है। भारत आस्ट्रेलिया में काफी समय से है,मौसम और पिच से अभ्यस्त होने के कारण लाभ उन्हें मिल रहा है।
फैक्ट फाईल
अभी तक विश्व कप में सबसे अधिक 71 विकेट आस्टेलिया के ग्लेन मेग्राथ ने लिये हैं।