बैतूल। हजारों जन्मों का बिछड़ा हुआ जीव का जब ईश्वर से मिलन होता है तब प्रत्येक इंद्रियां नृत्य करने लगती हैं। मिठाई खाना, धन, वैभव की प्रधानता जीवन का उत्सव नहीं है। उक्त उद्गार पंडित सुखदेव... Read more
बैतूल। हजारों जन्मों का बिछड़ा हुआ जीव का जब ईश्वर से मिलन होता है तब प्रत्येक इंद्रियां नृत्य करने लगती हैं। मिठाई खाना, धन, वैभव की प्रधानता जीवन का उत्सव नहीं है। उक्त उद्गार पंडित सुखदेव... Read more